टीवी चैनल आजतक के डिबेट शो ‘दंगल’ में भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर खूब निशाना साधा। उन्होंने कहा कि बंगाल की टीएमसी सरकार में दर्जनों पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई। बकौल पात्रा पहले बंगाल के लिए कहा जाता था कि ‘बंगाल आज जो सोचता है, वो भारत कल सोचेगा। (बता दें कि ये बात महान राजनीतिक विचारक गोपाल कृष्ण गोखले ने कही थी।)’ इसकी राजधानी कोलकाता को पहले सिटी ऑफ जॉय (आनंद) कहा जाता था। मगर आज इस शहर को ‘सिटी ऑफ भय’ कहा जाता है।
भाजपा ने प्रवक्ता ने राय देते हुए कहा कि कोलकाता में आज सिर्फ भय का वातावरण है। टीएमसी के राज में भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्याएं की जान रही हैं। पात्रा ने राज्य में सत्तारुढ़ टीएमसी के एक नेता के बयान का हवाला देते हुए कहा कि वो गुजरात मॉडल को ‘रक्तरंजित हाथ’ बताते हैं। मगर रक्तरंजित चरित्र सिर्फ बंगाल की राजनीति में है। उन्होंने टीएमसी की राजनीति को रक्तरंजित राजनीति बताया। पात्रा ने दावा किया कि बंगाल में अभी तक भाजपा के 119 कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
डिबेट शो में गुजरात मॉडल का भी ज्रिक हुआ। दरअसल एंकर रोहित सरदाना ने सवाल पूछा कि क्या गुजरात मॉडल से भाजपा बंगाल चुनाव जीतेगी। पात्रा ने कहा कि गुजरात मॉडल विकास का मॉडल है। लोकसभा चुनाव प्रचार में खुद तब नरेंद्र मोदी ने गुजरात मॉडल का चुनाव प्रसार किया था। देश की जनता ने इसे पसंद भी किया और उन्हें देश का पीएम बनाया। इसका मतलब विकास का मॉडल है।
पांचवें मिनट के बाद से देखें-
उल्लेखनीय है कि उत्तरी बंगाल के कूच बिहार जिले के तुफानगंज में बुधवार को भाजपा के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई। बताया जाता है कि भाजपा कार्यकर्ता दो समुदायों की झड़प में घायल हुआ था। भगवा पार्टी का आरोप है कि उसकी हत्या टीएमसी ने की। हालांकि पार्टी ने इससे इनकार किया है। रिपोर्ट के मुताबिक मृतक कालाचंद कर्मकार भाजपा में एक पोलिंग बूथ स्तर के सचिव थे।