केंद्र सरकार के द्वारा लाए गए तीनों कृषि बिल के खिलाफ देशभर में आंदोलन चल रहा है . लाखों किसान दिल्ली के अलग अलग बॉर्डर पर जुटे हुए हैं। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने राष्ट्रपति को एक ज्ञापन सौंपा है जिसको लेकर टीवी चैनलों पर काफी डिबेट चल रही है। कांग्रेस के अनुसार सौपें गए ज्ञापन में करीब 2 करोड़ किसानों के हस्ताक्षर हैं। जिस पर भारतीय जनता पार्टी ने निशाना साधते हुए पूछा है कि क्या ये हस्ताक्षर असली हैं।
आज तक चैनल पर आयोजित एक डिबेट शो में कांग्रेस प्रवक्ता अभय दुबे ने कहा कि सरकार आन्दोलन कर रहे किसानो पर ठण्ड में पानी की बौछार और आंसू गैस के गोले छोड़ कर चैन की नींद सो रही है। इसपर जवाब देने के बजाय भाजपा प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने उलटे सवाल ही पूछ लिया और कहा कि पहले आप ये बताइए कि आपने ज्ञापन में दो करोड़ हस्ताक्षर कैसे करवाए। जबकि आपने तो पिछले कुछ महीनो में ना तो कोई कार्यक्रम किया है ना ही आप किसानों से मिले हैं।
.@AbhayDubeyINC ने कहा, किसानों पर आसू गैस चलाकर, पानी की ठंड में बौछार करके सरकार चैन की नींद सो रही है। @ShahnawazBJP ने पूछा, 2 करोड़ किसानों हस्ताक्षर कहां से कराए हैं ये भी देश का बता दीजिए#Dangal @sardanarohit #FarmersProtest pic.twitter.com/T4u1l9Xn3F
— AajTak (@aajtak) December 24, 2020
साथ ही शाहनवाज ने यह भी कहा कि हो सकता है कि ये हस्ताक्षर फर्जी हों या फिर अपने ही कार्यकर्ता से कराए गएँ हो। या फिर ये कांग्रेस का वैसा ही दावा है जैसा लॉकडाउन के दौरान प्रियंका गांधी ने बसों को लेकर किया था। इस पर अभय दुबे ने कहा कि हमने सडको के किनारे खड़ी की गयी बसें दिखाई थीं लेकिन आपने देखा ही नहीं। आगे शाहनवाज ने तंज कसते हुए कहा कि सिर्फ दो करोड़ ही क्यों आप सीधे 20 करोड़ ही लिख देते।
2 करोड़ हस्ताक्षर के सवाल पर सिर्फ भाजपा प्रवक्ता ने ही नहीं बल्कि सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। मोहित नाम के एक यूजर ने भाजपा प्रवक्ता की बात का समर्थन करते हुए कहा है कि कांग्रेस को यह जरूर बताना चाहिए कि उन्होंने ये हस्ताक्षर कहाँ से करवाए हैं। वहीं यूजर संजय कुमार ने लिखा है कि पहले भाजपा यह बताए कि उन्होंने कितने लोगों से चर्चा करके इस बिल को तैयार किया है।