बांग्लादेश के दो दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था, मैंने गिरफ्तारी दी थी। पीएम मोदी के इस बयान पर खूब राजनीति हो रही है। टीवी डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता ने सवाल पूछते हुए कहा कि 1971 के युद्ध में पीएम मोदी कब जेल गए थे। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि पीएम मोदी बहक जाते हैं और वे कहीं भी राजनीति नहीं छोड़ते हैं।
आजतक चैनल पर आयोजित टीवी डिबेट में कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी भी मौके पर राजनीति करना नहीं छोड़ते हैं। चाहे वैक्सीन लगाने की बात हो या अपने घर जाने की बात हो वो कभी भी राजनीति नहीं छोड़ते हैं। जब पूरा सोशल मीडिया या लोग उनका मजाक उड़ाते हैं तो हमें भी बुरा लगता है क्योंकि वे देश के प्रधानमंत्री हैं। सुप्रिया ने यह भी कहा कि वो लोगों को देखकर बहक जाते हैं और कह देते हैं कि हमने भी बांग्लादेश की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था और जेल भी गए थे।
आगे कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पूरा देश बांग्लादेश की आजादी में साथ था। इंदिरा जी ने तो पाकिस्तान के तो टुकड़े कर दिए थे। उन्होंने तो अमेरिका तक की परवाह नहीं की थी। इसलिए मोदी जी आप बहक क्यों जाते हैं और कहां कहां की बातें करने लगते हैं। मुझे लगता है कि प्रधानमंत्री पद की एक गरिमा होती है और वो बांग्लादेश जाकर सिर्फ कार्यक्रम में भी उपस्थित हो सकते थे। लेकिन वो कभी भी राजनीति करना नहीं छोड़ते हैं। इसके अलावा सुप्रिया ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री जी से बस इतना ही आग्रह करना चाहती हूं कि थोड़ा इतिहास से भी वास्ता रखिए, उनसे पल्ला मत झाड़िए। ऐसी बातें मत बोलिए जिससे आपकी खिल्ली उड़े।
टीवी डिबेट में ही मौजूद रहे राजनीतिक विश्लेषक और आरएसएस समर्थक अवनिजेश अवस्थी ने कांग्रेस प्रवक्ता की बात का जवाब देते हुए कहा कि 1971 में जब पाकिस्तान देश पर हमला कर रहा था तो विद्यार्थी परिषद के लोगों ने पाकिस्तानी उच्चायोग पर जाकर प्रदर्शन किया था। प्रधानमंत्री मोदी भी उस समय विद्यार्थी परिषद का हिस्सा थे। साथ ही पीएम मोदी के माटुआ समुदाय के लोगों से मिलने पर अवनिजेश ने कहा कि प्रधानमंत्री जिस भी देश में गए हैं वहां पर उन्होंने भारत के प्रवासियों से मुलाकात की है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी से बात करके तारीख तय करनी चाहिए थी।
बता दें कि शुक्रवार को बांग्लादेश डे के मौके पर ढाका में लोगों को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मेरी उम्र 20-22 साल रही होगी जब मैंने और मेरे कई साथियों ने बांग्लादेश के लोगों की आजादी के लिए सत्याग्रह किया था। तब मैंने बांग्लादेश की आजादी के समर्थन में गिरफ्तारी भी दी थी और जेल भी गया था। आगे उन्होंने कहा था कि बांग्लादेश की आजादी के लिए जितनी तड़प इधर थी, उतनी ही तड़प उधर भी थी।