छात्र नेता कन्हैया कुमार और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के नेता सिद्धार्थ यादव के बीच 17 दिसंबर को आज तक टीवी चैनल के कार्यक्रम ‘एजेंडा’ में तीखी तकरार हो गई। कन्हैया कुमार ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार उन्हें देशद्रोही बताने के लिए गलत तर्क दे रही है और लोगों को गुमराह कर रही है।
उन्होंने चुनौती दी कि नरेंद्र मोदी दोबारा चुन कर आए हैं, पहले से ज्यादा बहुमत पाकर आए हैं, गृह मंत्रालय उनका है, राष्ट्रपति उनका है, फिर भी वह क्यों नहीं कार्रवाई करते? कन्हैया का कहना था कि उनके खिलाफ आरोप में कोई दम नहीं है, चार साल में चार्जशीट तक फाइल नहीं हो सकी है।
इस पर दिल्ली एबीवीपी के सचिव सिद्धार्थ यादव ने कहा- मैं आपको जवाब दूं कि कार्रवाई क्यों नहीं हो पा रही है? क्योंकि दिल्ली सरकार का पब्लिक प्रॉसिक्यूटर सक्रियता नहीं दिखा रहा है। यादव का संकेत था कि दिल्ली की अरविंंद केजरीवाल सरकार इस मामले में कार्रवाई नहीं होने दे रही है। यादव ने कहा- अरविंंद केजरीवाल को जाने दीजिए, ऐसा न हो कि आप भी साथ ही चले जाएं।
@kanhaiyakumar salms ABVP secretary over sedition charges on him
Vudeo credit-@aajtak #NRC #NRCProtest #CAAProtests #CABProtest pic.twitter.com/69Fy77Sd0O— Naveen (@sirNaveenRai) December 17, 2019
पीएम मोदी पर निशाना: कन्हैया कुमार ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि जहां तक प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पाकिस्तान की भाषा है तो मैं कहूंगा कि प्रधानमंत्री जॉर्ज बुश की भाषा बोल रहे हैं कि जो जॉर्ज बुश के साथ नहीं है तो वो ओसामा बिन लादेन के साथ खड़ा है। इस दौरान कन्हैया ने कहा कि सरकार का विरोध करना लोकतांत्रिक जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वह विद्यार्थियों को बधाई देते हैं कि उन्होंने आवाज उठाई।