मोदी कैबिनेट ने बुधवार (4 दिसंबर 2019) को सिटीजन अमेंडमेंट बिल को मंजूरी दे दी। इस बिल में पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से शरणार्थी के तौर पर आए उन गैर मुसलमानों को नागरिकता प्रदान करने का प्रावधान है जिन्हें धार्मिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा हो। हालांकि कई विपक्षी दल इस विधेयक का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस सहित कुछ विपक्षी दलों ने इसकी तीखी आलोचना की है।

इस मुद्दे पर आज तक न्यूज चैनल के लाइव डिबेट कार्यक्रम ‘हल्ला बोल’ में एआईएमआईएम नेता आसिम वकार ने बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी से इस बिल को लाने की टाइमिंग और जरूरत पर सवाल किए। उन्होंने कहा कि इस बिल के जरिए बीजेपी हिंदूओं को धोखा दे रही है। एआईएमआईएम नेता के इस तर्क पर शो की एंकर श्वेता सिंह ने भी सहमति जताई।

दरअसल डिबेट में बीजेपी प्रवक्ता इस बिल के फायदे गिना रहे थे जिसपर आसिम वकार ने उन्हें घेर लिया। उन्होंने इस दौरान कहा ‘ये बीजेपी और आरएसएस की सोची समझी साज़िश है और हिन्दू राष्ट्र बनाने की तरफ पहला कदम है। इस बिल से संविधान के आर्टिकल 14 (समानता का अधिकार) का उल्लंघन किया जा रहा है। तो क्या आप (बीजेपी) इस बिल के लिए आर्टिकल 14 में भी बदलाव करेगी। अगर आप इसके बिना बिल लेकर आएंगे तो यह संविधान के साथ धोखा होगा।’

उन्होंने आगे कहा ‘आप दुनिया को धोखा दे सकते हो लेकिन अपने आपको धोखा नहीं दे सकते। आप हिंदूओं को धोखा दे रहे हैं। आप रोजगार नहीं दे पा रहे हैं। आप जीडीपी संभाल नहीं पा रहे हैं। आप इन सब मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए इस तरह के मुद्दे लेकर आ रहे हैं। मैं आपसे सवाल पूछता हूं कि अगर आप पाकिस्तान और बांग्लादेश से आए हुए हिंदुओं को रख लेंगे तो हिंदूस्तान के बच्चों का क्या होगा। आप अपने बच्चों को तो नौकरी दे नहीं पा रहे हैं। रोजगार, रोटी और कपड़ा है नहीं। सर आखिरकार आप चाहते क्या हैं?’

आसिम वकार के इतना कहते ही एंकर बीच में कूद पड़ती हैं। वह कहती हैं आसिम वकार जी एकदम अच्छी बात कही आपने। पहले देश के लोगों को दिया जाए उसके बाद किसी और को। देखिए डिबेट में आगे क्या हुआ:-