आज तक पर डिबेट के दौरान बिहार सरकार में मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि ‘बिहारी गुंडा’ से बिहार के लोगों को ठेस पहुंची है। नेता ने कहा कि महुआ मोइत्रा को गाली देने का हक किसने दे दिया। पश्चिम बंगाल की संस्कृति ये नहीं है। शाहनवाज कहने लगे कि निशिकांत दुबे से अगर कोई निजी लड़ाई होती तो अलग बात है लेकिन उनके राज्य पर टिप्पणी करना गलत है। उन्होंने कहा कि टीएमसी सांसद के इस बयान के लिए ममता बनर्जी को माफी मांगनी चाहिए। साथ ही कांग्रेस और राजद को टीएमसी का साथ छोड़ देना चाहिए।

जवाब में डिबेट में सुप्रिया श्रेनत कहने लगीं कि बीजेपी के लोग संसदीय समिति के काम को होने नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि निशिकांत दुबे का कहना है कि उनको गाली दी गई। जब वे मीटिंग में थे ही नहीं तो उनको गाली किसने दे दी। वो तो मीटिंग का बायकॉट कर चुके थे। ये कैसे हो सकता है कि थे भी और नहीं भी। सुप्रिया ने कहा कि देश को विभाजित करने का बीजेपी का प्रयास कामयाब नहीं हो पाएगा। बिहार और बंगाल का विभाजन मत कीजिए। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि जब मोदी जी ने बिहारियों के डीएनए पर सवाल किया था तब शाहनवाज हुसैन चुप क्यों थे।

बता दें कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा में बिना किसा का नाम लिये आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस की एक सांसद ने बुधवार को सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) संबंधित संसदीय समिति की बैठक में उनके लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया।

झारखंड के गोड्डा से लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे ने सदन के शून्यकाल में इस विषय को उठाते हुए कहा कि संसद सदस्य के रूप में उनका यह 13वां वर्ष है, लेकिन कल जिस तरह से संसदीय समिति की बैठक में तृणमूल कांग्रेस की सदस्य ने उनके लिए ‘बिहारी’ के साथ अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया, ऐसा इससे पहले ऐसा कभी नहीं देखा गया।


इससे पहले दुबे ने ट्वीट कर बुधवार को भी इस विषय को उठाया था और तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा सदस्य महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने ‘बिहारी गुंडा’ कहा था। उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को संबोधित अपने ट्वीट में कहा, ‘‘अपने 13 साल के संसदीय जीवन में पहली बार गाली सुनी, तृणमूल कांग्रेस की सदस्य महुआ मोइत्रा द्वारा आईटी पर संसदीय समिति की बैठक में तीन बार बिहारी गुंडा बोला गया।’’

दुबे ने आरोप लगाया कि ‘बिहारी गुंडा’ शब्द का प्रयोग कर बिहार के साथ-साथ पूरे हिन्दी भाषी लोगों को गाली दी है गयी है। दुबे ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी के लिए ट्वीट में लिखा, ‘‘आप की सांसद महुआ मोइत्रा की इस गाली ने उत्तर भारतीय व ख़ासकर हिंदी भाषी लोगों के प्रति आपकी पार्टी की नफ़रत को देश के सामने ला दिया है।’’

दुबे के इन आरोपों को खारिज करते हुए महुआ मोइत्रा ने ट्वीट किया, ‘‘समिति की बैठक कोरम पूरा नहीं होने के कारण हुई ही नहीं थी। मैं किसी को गाली कैसे दे सकती हूं जो बैठक में मौजूद ही नहीं थे। उपस्थिति पंजी देख लीजिए।’’