आज की सबसे बड़ी खबर देश के सबसे वरिष्ठ बिजनेसमैन और टाटा ग्रुप के सर्वेसर्वा रतन टाटा के निधन की है, जिन्होंने मुंबई के ब्रिज कैंडी अस्पताल में अपनी अंतिम सांस ली।रतन टाटा के निधन पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नेता विपक्ष राहुल गांधी समेत सभी मुख्यमंत्रियों समेत बॉलीवुड, स्पोर्ट्स फील्ड के लोगों ने शोक जाहिर किया है। वहीं दिल्ली में सीएम आवास को लेकर सियासत गर्मा गई है, जहां आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाए हैं कि मुख्यमंत्री आतिशी को सामान के साथ सीएम आवास के साथ बाहर निकाल दिया गया और सीएम आवास सील कर दिया है। ऐसे में आज इस मुद्दे पर काफी उठा-पटक हो सकती है। वहीं इजरायल और ईरान के बीच जारी टकराव के बीच हिजबुल्लाह पर बम बरसाए जाने के बाद अब इजरायल को बड़े हमले की आशंका है जिसके चलते सरकार अलर्ट पर है।
दूसरी ओर हरियाणा और जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद अब दोनों ही राज्यों में सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू होगी। पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने बीते दिनों बताया था कि गुरुवार एनसी के विधायक दल की बैठक के बाद सरकरा बनाने का दावा पेश किया जाएगा। हालांकि उनके पिता और राज्य के पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला पहले ही यह कह चुके हैं कि उमर अब्दुल्ला केंद्र शासित प्रदेश के मुख्यमंत्री होंगे। वहीं हरियाणा में भी बीजेपी ने सरकार गठन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राज्य के कार्यवाहक मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता नायब सिंह सैनी ने बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। इसी तरह की देश दुनि या की अहम खबरों के लिए जुड़े रहे जनसत्ता डॉट कॉम के साथ…
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चुनावी नतीजों पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर पोस्ट में कहा कि हम हरियाणा के अप्रत्याशित नतीजे का विश्लेषण कर रहे हैं। अनेक विधानसभा क्षेत्रों से आ रही शिकायतों से चुनाव आयोग को अवगत कराएंगे। सभी हरियाणा वासियों को उनके समर्थन और हमारे बब्बर शेर कार्यकर्ताओं को उनके अथक परिश्रम के लिए दिल से धन्यवाद। हक़ का, सामाजिक और आर्थिक न्याय का, सच्चाई का यह संघर्ष जारी रखेंगे, आपकी आवाज़ बुलंद करते रहेंगे।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में हार के लिए कांग्रेस द्वारा ईवीएम को जिम्मेदार ठहराए जाने पर उन्होंने कहा कि जब नतीजे उनके पक्ष में नहीं आते, तो वे ईवीएम को जिम्मेदार ठहराते हैं। कांग्रेस पार्टी के इस चरित्र के बारे में सभी जानते हैं।
अंबाला कैंट सीट से बीजेपी के नवनिर्वाचित विधायक अनिल विज ने कहा कि हर कोई सत्ता विरोधी लहर की बात कर रहा था, लेकिन किसी को सत्ता समर्थक लहर के बारे में पता नहीं था। हमारी सरकार ने बहुत काम किया। हमने व्यवस्था को बदला और भ्रष्टाचार को खत्म किया। हमने सालों से हो रही लूट को रोका। जब सारे आंकड़े हमारे खिलाफ थे, तब भी मैंने कहा था कि BJP सरकार बनाएगी।
हरियाणा चुनाव नतीजों के बाद केंद्रीय मंत्री और हरियाणा के पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बीजेपी जिस तरह का काम कर रही है, वह सब लोगों को पसंद आ रहा है। लोग नीतियों को पसंद कर रहे हैं और वे इस पर प्रतिक्रिया दे रहे हैं। इसमें मौन वोटों की बड़ी भूमिका रही है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव के नतीजों पर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव एक संपन्न लोकतंत्र की आधारशिला हैं और जब इन चुनावों की बात आती है, तो हम किसी भी पार्टी या उम्मीदवार पर कोई रुख नहीं अपनाते हैं।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष और नवनिर्वाचित विधायक उमर अब्दुल्ला ने कहा कि दिल्ली और हमारे बीच एक अंतर है। दिल्ली कभी पूर्ण राज्य नहीं थी और किसी ने इसे राज्य बनाने का कभी वादा नहीं किया था। J&K 2019 से पहले एक राज्य था और राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा हमसे किया गया है। पीएम, एचएम और बीजेपी के वरिष्ठ मंत्रियों ने इसका वादा किया है और बार-बार कहा है कि J&K में तीन कदम उठाए जाएंगे – परिसीमन, चुनाव और फिर राज्य का दर्जा। परिसीमन और चुनाव हो गए हैं, अब राज्य का दर्जा बाकी है। यहां सरकार बनने के बाद, मुझे उम्मीद है कि कैबिनेट का पहला फैसला राज्य का दर्जा देने का प्रस्ताव पारित करना होगा और प्रस्ताव पीएम के सामने पेश किया जाएगा।
उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता पर उत्तराखंड यूसीसी मसौदा समिति के अध्यक्ष शत्रुघ्न सिंह ने कहा है कि यूसीसी को 8 महीने पहले राज्य विधानसभा द्वारा पारित किया गया था। फिर एक नियम-निर्माण समिति का गठन किया गया था। उम्मीद थी कि यह समिति संहिता के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नियम बनाएगी। समिति की आखिरी बैठक फरवरी में आयोजित की गई थी। कल नियमों को अंतिम रूप दिया गया है। अब नियमों को सीएम के सामने पेश किया जाएगा, ये नियम जन-केंद्रित हैं।
हरियाणा चुनाव के नतीजों पर कांग्रेस सांसद किरण कुमार चामला ने कहा कि शुरुआती रुझान असामान्य थे, करीब 60+ सीटें कांग्रेस के खाते में थीं, लेकिन कुछ ही समय में नतीजे पलट गए। हमें लगा कि पिछली बार उन्हें अपने कोर सदस्यों को सीटें देने का बेहतर मौका नहीं मिला, इसलिए हमने इस बार उन्हें महत्व दिया। इसलिए, यह धारणा है कि कांग्रेस की अंदरूनी व्यवस्था कभी-कभी एक जैसी सोच नहीं रखती – इसका असर हरियाणा पर पड़ा है…आप और कुछ निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, इसलिए सत्ता विरोधी वोट पार्टियों के बीच बंट गए। अगर उचित चर्चा होती…तो सत्ता विरोधी वोट कांग्रेस की तरफ ध्रुवीकृत होते और हम अच्छे तरीके से जीतते। फिर भी, मैं इस हार को पचा नहीं पा रहा हूं क्योंकि हम हरियाणा में जीत की 100% उम्मीद कर रहे थे।
