दिल्ली समेत कई राज्यों में बारिश का दौर जारी है। कभी हल्की तो कभी तेज बारिश अलग-अलग इलाकों में हो रही है। शुक्रवार को भी दिल्ली के कई इलाकों में बारिश हो रही है। जिससे मौसम खुशनुमा हो गया है।
उत्तर भारत के राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार और दिल्ली-एनसीआर में सुबह और शाम के वक्त हल्की बारिश और गरज-चमक के साथ मौसम का मिजाज बदल गया है। तापमान 30 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है, जिससे उमस की स्थिति बनी हुई है। पूर्वी और मध्य भारत के राज्यों—जैसे झारखंड, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और छत्तीसगढ़—में भी बादल छाए हुए हैं और कुछ इलाकों में तेज बारिश की संभावना है। इन इलाकों में बाढ़ की आशंका भी जताई गई है, खासकर निचले क्षेत्रों में रहने वालों को सतर्क रहने की जरूरत है।
दक्षिण भारत में भी केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में मानसून का असर जारी है, हालांकि यहां बारिश की तीव्रता हल्की से मध्यम बनी हुई है। पश्चिमी तटीय क्षेत्रों में बादल तो बने हुए हैं लेकिन कहीं-कहीं ही झमाझम बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक देश के कई हिस्सों में दोपहर के बाद मौसम बदल सकता है और गरज-चमक के साथ तेज बौछारें पड़ सकती हैं। ऐसे में लोगों को सलाह दी गई है कि वे घर से निकलते समय छाता या रेनकोट साथ रखें और वाहन चलाते समय सतर्कता बरतें। कुल मिलाकर, मानसून की रफ्तार अब लौट रही है, जिससे जहां खेती-किसानी को राहत मिलेगी, वहीं आम लोगों को भी गर्मी से कुछ राहत महसूस होगी।
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने 20 जून को दस्तक दी तथा बादल फटने, अचानक आई बाढ़ और भूस्खलन के कारण राज्य को अब तक 5,000 करोड़ रुपये का नुकसान हो चुका है। राज्य में जान गंवाने वाले 43 लोगों में से 14 की मौत बादल फटने से, आठ की अचानक आई बाढ़ में और एक की मौत भूस्खलन में हुई, जबकि सात लोगों की डूबने मौत हुई। सबसे अधिक 17 मौतें मंडी जिले में हुईं, जहां मंगलवार को बादल फटने, अचानक आई बाढ़ तथा भूस्खलन की कुल 10 घटनाओं ने तबाही मचाई।
दिल्ली सरकार में मंत्री परवेश वर्मा ने कहा कि मानसून का दिल्ली में स्वागत है। मानसून के लिए कहा जाता है कि दिल्ली में बारिश ना आए तो ही अच्छा है... लेकिन हम मानसून का स्वागत करते हैं और चाहते हैं कि बारिश आए और जोर से बरसे। हम भी दिखाएंगे कि पिछले 4 महीनों में हमने ड्रेन का काम किया है, मिंटो ब्रिज पर काम किया है, ITO पर काम किया है जलभराव क्षेत्रों में काम किया है... कुछ जगहों पर काम खत्म होने में 1 से 1.5 साल लगेगा, कुछ जगहों पर 4 से 6 महीनों में काम खत्म होगा हालांकि हमने बहुत सारी जगहों पर काम खत्म कर लिया है... यह काम जारी रहेगा। अगली बारिश में आपको दिल्ली और अच्छी दिखाई दोगी हालांकि मिंटो ब्रिज में जैसे पानी भर जाता था, बसें डूब जाती थीं या ITO पर भी जलभराव दिखाई देता था वह अब दिखाई नहीं देगा। दिल्ली के कई इलाकों को हमने साफ कर लिया है।
राजस्थान में दक्षिण पश्चिम मानसून की तेज बारिश का दौर जारी है और पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक 128 मिलीमीटर बारिश पोकरण में हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार राज्य के अनेक भागों में तेज बारिश का दौर अभी जारी रहेगा। शुक्रवार सुबह तक पिछले चौबीस घंटे की अवधि में राज्यभर, खासतौर पर पश्चिमी राजस्थान में कहीं-कहीं भारी से अति भारी बारिश हुई।
राजधानी में शुक्रवार को आंधी-तूफान के साथ बारिश होने की संभावना है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, न्यूनतम तापमान 28.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 72 रहा, जो 'संतोषजनक' श्रेणी में आता है।
गौरीकुंड से एक किलोमीटर आगे पैदल मार्ग भूस्खलन के कारण क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके परिणामस्वरूप केदारनाथ धाम यात्रा अस्थायी रूप से रोक दी गई है।
प्रयागराज के डीएम रवींद्र मंदर ने कहा, ‘समीक्षा की गई है। 88 बाढ़ चौकियां बनाई गई हैं और 47 गांवों को संवेदनशील के रूप में पहचाना गया है। परंपरागत रूप से, हमने अपनी टीमों को वहां तैनात किया है जहां बाढ़ वाले क्षेत्र हैं। हमने एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को भी तैनात किया है।’
बिहार के कई शहरों में आज तेज हवाओं के साथ बारिश होने की संभावना है। राज्य में पिछले कई दिनों से लगातार बारिश हो रही है। इससे तापमान में गिरावट आई है।
मध्य प्रदेश में फिलहाल गर्मी और उमस का असर जारी है। दिन में तापमान 35 से 40 डिग्री सेल्सियस के बीच रह रहा है, वहीं रातें हल्की राहत देती हैं। भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में बादल छाए रह सकते हैं, लेकिन बारिश की संभावना कम है। पूर्वी जिलों में हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। मौसम विभाग ने फिलहाल तेज गर्म हवाओं और उमस से सतर्क रहने की सलाह दी है।
उत्तर प्रदेश में आज मौसम उमस भरा रहेगा, लेकिन पूर्वांचल और तराई के जिलों में बादलों की आवाजाही के साथ हल्की से मध्यम बारिश के आसार हैं। लखनऊ, गोरखपुर, बलिया, सिद्धार्थनगर और आसपास के क्षेत्रों में कहीं-कहीं तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। पश्चिमी यूपी के शहरों में फिलहाल बारिश की संभावना कम है, लेकिन आंशिक बादल छाए रह सकते हैं और गर्मी थोड़ी बढ़ सकती है।
मौसम विभाग ने उत्तर, मध्य और पूर्वी भारत के कई राज्यों में बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, हिमाचल और उत्तराखंड जैसे राज्य शामिल हैं।
हिमाचल प्रदेश के मंडी में बादल फटने से बाढ़ आई, जिसके कारण अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 29 लोग लापता बताए जा रहे हैं। अधिकारियों के अनुसार लापता लोगों की तलाश जारी है। वहीं बाढ़ के कारण मनाली केलांग मार्ग भी ठप पड़ा है।
मौसम विभाग ने राजस्थान के लिए भी अपडेट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार 4 जुलाई को राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार कर्नाटक में 4 जुलाई को भारी बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार उत्तर कन्नड़, दक्षिण कन्नड़ और उडुपी में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार 8 जुलाई तक दिल्ली एनसीआर में गरज के साथ बारिश हो सकती है। वहीं न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
मौसम विभाग के अनुसार यूपी के बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, संतरविदास नगर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बिजनौर और उसके आसपास के इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है।
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश में बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है। 3-4 जुलाई को पश्चिमी यूपी में कुछ स्थानों पर और पूर्वी यूपी में अनेक स्थान पर बारिश और गरज चमक के साथ बौछारें पड़ सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार बिहार में अगले 24 घंटे के दौरान कई जिलों में गरज के साथ तेज बारिश हो सकती है। मौसम विभाग ने कैमूर, रोहतास, कटिहार और किशनगंज जिले के लिए चेतावनी भी जारी की है।
मौसम विभाग के अनुसार अगले 24 घंटे में दिल्ली एनसीआर में तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है। 4 जुलाई तक ऐसे ही मौसम बने रहने का अनुमान है।
IMD ने अगले सात दिनों में कर्नाटक में व्यापक पैमाने पर वर्षा होने का अनुमान जताया है और कई जिलों में ‘‘भारी से बहुत भारी वर्षा’’ तथा कुछ स्थानों पर ‘‘अत्यधिक भारी वर्षा’’ होने की संभावना जतायी है। आईएमडी ने एक बयान में कहा कि मौसम का यह रुख मध्य और पूर्वी भारत से गुजर रही मानसून ट्रफ और महाराष्ट्र-कर्नाटक तट पर अपतटीय ट्रफ से प्रभावित हो रहा है। ‘मानसून ट्रफ’ उत्तर-पश्चिम भारत से बंगाल की खाड़ी तक फैला एक निम्न दबाव क्षेत्र है।
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, अगले 6 से 7 दिनों में उत्तर पश्चिम भारत, मध्य भारत, पूर्व भारत और पूर्वोत्तर भारत के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश जारी रहने की संभावना है। मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्र दक्षिणी तटीय महाराष्ट्र और गोवा में आज अलग-अलग स्थान पर भारी बारिश की संभावना जताई है
मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के अनुसार पूर्वी राजस्थान के अधिकांश भागों में हल्की से मध्यम बारिश व कहीं-कहीं भारी बारिश का दौर अभी सप्ताहभर जारी रहने की संभावना है। वहीं पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के कुछ भागों में भी आगामी दो-तीन दिन हल्की से मध्यम बारिश दर्ज होने, एक दो स्थानों पर भारी बारिश होने का अनुमान है।
एमपी के कई शहरों में भारी बारिश हो रही है। मौसम विभाग राज्य के 18 जिलों में तेज बारिश की चेतावनी जारी की है। कई जगह 24 घंटे में ढाई से 8 इंच तक पानी गिरने की संभावना है।
गुजरात में मानसून का असर तेज हो गया है। राज्य के बनासकांठा शहर के कई हिस्सों में भारी बारिश हुई। इसकी वजह से जगह-जगह पानी भर गया है। वीडियो पालनपुर का है।
उत्तराखंड में अलकनंदा नदी का जलस्तर बढ़ा, जिससे रुद्रप्रयाग में छोटे मंदिर और इमारतें डूब गईं।
उत्तराखंड के कर्णप्रयाग में भारी बारिश से भूस्खलन हुआ। मलबा एक मकान में घुसा, जिससे हाईवे बंद हो गया। घर में फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू किया गया। हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं।
उत्तराखंड में लगातार बारिश की वजह से सभी नदियों में जलस्तर में तेजी से इजाफा हो रहा है। रुद्रप्रयाग में अलकनंदा नदी के पानी का लेवल तेजी से ऊपर जा रहा है।
उत्तर प्रदेश में इस समय मानसून फिर सक्रिय हो गया है। अधिकतर शहरों में दिन में तेज हवा-बारिश और वज्रपात की संभावना है, खासकर पूर्व और पश्चिम यूपी में झमाझम बारिश की चेतावनी जारी है।
जोधपुर शहर के कई हिस्सों में भारी बारिश के बाद सड़कों पर पानी भर गया। इससे यातायात जाम हो गया। लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
राजस्थान में इन दिनों भारी बारिश का दौर चल रहा है। अजमेर में कल तेज बारिश की वजह से जगह-जगह भीषण जलभराव हो गया।
महाराष्ट्र में फिलहाल मानसून सक्रिय है और IMD का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक यहां अधिक बारिश की संभावना है। मुंबई, पुणे, ठाणे‑पालघर सहित कई जिलों में यलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया हैं। घाटी और कोंकण क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है, विशेषकर मध्य महाराष्ट्र के पहाड़ी इलाकों में।