G20 Summit 2023 Guest: जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए नई के प्रगति मैदान में बने ‘भारत मंडपम’ कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों, प्रतिनिधियों का आना शुरू हो चुका है। ब्रिटेन के PM ऋषि सुनक दिल्ली पहुंच चुके हैं, जबकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन शाम को आएंगे। इन सभी मेहमानों के लिए करीब 700 शेफ खाना बनाएंगे। विदेशी मेहमानों को करीब 400 से ज्यादा व्यंजन परोसे जाएंगे। इसके अलावा भी श्री अन्न से बने देसी पकवान और विदेशी डिश भी विदेश के राष्ट्राध्यक्षों समेत उनके साथ आने वाले प्रतिनिधिमंडल को खिलाई जाएंगी।
मेहमानों की मेहमाननवाजी के लिए राजधानी के बड़े पांच सितारा होटलों के स्टाफ को लगाया गया है। साथ ही समिट के वेन्यू यानी ‘भारत मंडपम्’ में मेहमानों के लिए ब्रेकफास्ट, लंच, हाई टी और डिनर भी फाइव स्टार होटल के शेफ ही बनाएंगे। ‘भारत मंडपम्’ के भीतर एक लाइव किचन बनाया गया है। इसमें पांच सितारा होटलों की तरह शेफ मेहमानों की फरमाइश पर डिश बनाएंगे। मेहमानों को चांदी के बर्तन में डिशेजद को सर्व किया जाएगा। इसमें भारत से लेकर विदेशी व्यंजन भी उपलब्ध रहेगा।
पीएम मोदी श्रीअन्न को लगातार बढ़ावा दे रहे हैं। ऐसे में मेहमानों के लिए मोटे अनाज के खास व्यंजन तैयार किए जाएंगे। इनमें कुट्टू के नूडल्स, रागी के डिम सम, मिलेट्स के सुशी जैसी कई डिशेज शेफ और उनकी टीम तैयार करेगी।
इतना ही नहीं, शाकाहारी के साथ-साथ मांसाहारी पसंद करने वाले मेहमानों के लिए जापान से ही ऑक्टोपस और सालमन मछली भी मंगाई गई है। ताकि मेहमानों को उनके खास स्वाद से वंचित न रहना पड़े। वहीं, ‘भारत मंडपम्’ के अलावा पांच सितारा होटलों के आम डायनिंग एरिया में भी विशेष पकवानों के स्पेशल इंतजाम हैं। यहां ठहरने वाले जी-20 डेलिगेशन के लिए विशेष व्यंजन परोसे जाएंगे। जिसमें डेजर्ट यानी कि मीठे के सबसे महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
G20 समिट राष्ट्राध्यक्षों और विदेशी मेहमानों को परोसे जाने वाले खाने की बारीकी से जांच की जाएगी। इसके लिए दिल्ली सरकार परोसे जाने वाले भोजन की जांच के लिए फूड सेफ्टी अधिकारियों को तैनात किया है। अधिकारी ने बताया, ‘हम होटलों में इस्तेमाल होने वाले खाद्य पदार्थों की नियमित जांच करते हैं और नमूने लेते हैं, लेकिन जी20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर हमने 18 खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की है। बीते सोमवार से ही होटलों से एकत्र किए जा रहे नमूनों पर लैब टेस्टिंग कर रहे हैं।
खाद्य सुरक्षा अधिकारी बर्तनों की सफाई सहित रसोई और कर्मचारियों की सफाई पर भी नजर रखेंगे। इसके साथ ही परोसने से पहले पकाए गए भोजन की बारीकी से निगरानी की जाएगी और पुलिस की मदद से क्वालिटी चेक के लिए नमूने लिए जाएंगे। 24 घंटे के भीतर लैब रिपोर्ट आने के बाद कच्ची खाद्य सामग्री का उपयोग खाना पकाने में किया जाएगा। वहीं, लैब टेस्टिंग के बिना रसोई में कोई भी खाद्य पदार्थ उपलब्ध नहीं कराया जाएगा और न ही पकाया जाएगा।
बता दें, भोजन के नमूनों की रिपोर्ट आने में 15-20 दिन लगते हैं, लेकिन जी20 मेहमानों को परोसी जाने वाली खाद्य सामग्री के नमूनों की जांच में तेजी लाई जाएगी और कुछ घंटों में रिपोर्ट उपलब्ध करा दी जाएगी। खाद्य पदार्थों के नमूने लेने के संबंध में शहर पुलिस के साथ बैठकें की गई हैं, क्योंकि जिन होटलों में राष्ट्राध्यक्ष रुकेंगे वे भारी सुरक्षा घेरे में हैं। फूड सेफ्टी अधिकारियों की तरफ से सुरक्षाकर्मियों को पके हुए भोजन के नमूने लेने की भी ट्रेनिंग दी गई है, ताकि नमूने लैब ले जाए जा सकें। दो दिवसीय G20 शिखर सम्मेलन 9 सितंबर से शुरू होगा। इसके लिए राष्ट्राध्यक्षों का पहुंचना शुरू हो चुका है।