भारत में अब तक की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी (Spectrum Auction) सोमवार को खत्म हो गई। इसमें कुल 1,50,173 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम की बिक्री हुई। इसी नीलामी को लेकर अब कांग्रेस नेता श्रीनिवास ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- ‘कैग के विनोद राय कहां हैं? जिन्होंने कहा था कि 2G – की नीलामी हुई, तो 1.76 लाख का सरकार को घाटा हुआ था। और 5G – 1.50 लाख करोड़ में नीलाम हुआ तो सरकार को फायदा हुआ है। उन्होंने लिखा अब विनोद राय कहां हैं’?

श्रीनिवास ने एक अन्य ट्वीट में अरविंद केजरीवाल की फोटो के साथ लिखा-‘साफ है सब मिले हुए थे जी!

बता दें, 2जी स्पेक्ट्रम को लेकर पूर्व कैग विनोद राय की रिपोर्ट पर बीजेपी समेत, अन्ना आंदोलन के जरिए अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, बाबा रामदेव, वीके सिंह जैसी शख्सियतों ने तत्कालीन केंद्र की मनमोहन सरकार पर गंभीर सवाल खड़े किए थे और घोटाले के आरोप लगाए थे।

वहीं जब 2जी स्पेक्ट्रम केस मामले में 22 दिसंबर, साल 2017 में विशेष अदालत ने पूर्व केंद्रीय मंत्री ए राजा और द्रमुक नेता कनिमोझी सहित सभी आरोपियों को बरी ​कर दिया था, तब अरविंद केजरीवाल ने इस पर आश्चर्य जताया था।

केजरीवाल ने तब ट्वीट करते हुए लिखा था-‘ 2जी घोटाला देश के सबसे बड़े घोटालों में से एक है। यह यूपीए के पतन की वजह था और इसे देश को हिला दिया था। आज इसके सभी आरोपी बरी हो गए हैं। क्या सीबीआई ने जानबूझकर जांच में गड़बड़ी की है? जनता जवाब जानना चाहती है।’

क्या है 2जी स्पेक्ट्रम केस?
2010 में आई एक सीएजी रिपोर्ट में 2008 में बांटे गए स्पेक्ट्रम पर सवाल उठाए गए थे। इसमें बताया गया था कि स्पेक्ट्रम की नीलामी के बजाए ‘पहले आओ, पहले पाओ’ के आधार पर इसे बांटा गया था। इससे सरकार को एक लाख 76 हजार करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। इसमें इस बात का जिक्र था कि नीलामी के आधार पर लाइसेंस बांटे जाते तो यह रकम सरकार के खजाने में जाती।