पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पास तकरीबन 300 आतंकवादी भारत में घुसने की फिराक में हैं और सर्दी शुरू होने से पहले उन पर घुसपैठ करने का जबर्दस्त दबाव है। 15 कोर के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल एसके दुआ ने बताया कि आतंकवादियों पर सर्दी से पहले घुसपैठ का दबाव बढ़ गया है और गुरेज में हुई संघर्षविराम उल्लंघन की घटना कश्मीर में आतंकवादियों के प्रवेश का हिस्सा था, जिसमें दो सैनिकों की मौत हो गई। उन्होंने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘यह (संघर्षविराम उल्लंघन) नियंत्रण रेखा के पास हिमपात से पहले और अधिक आतंकवादियों के घुसपैठ का प्रयास प्रतीत होता है।’

कश्मीर घाटी में सुरक्षा के लिए जनरल दुआ का कोर जिम्मेदार है। उन्होंने खुफिया सूचनाओं का हवाला देते हुए कहा कि नियंत्रण रेखा के पास विभिन्न ठिकानों पर तकरीबन 300 आतंकवादी भारत में घुसपैठ के इंतजार में मौके तलाश रहे हैं। सेना के अधिकारी ने बताया, ‘उनके उपर सर्दी से पहले घुसपैठ करने का जबर्दस्त दबाव है। कभी कभी वे सीमा पार करते हैं, गोलियां बरसाते हैं और वापस चले जाते हैं।’

गुरेज में संघर्षविराम उल्लंघन का तरीका परंपरागत नहीं था, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘वे तरीका बदल सकते हैं। उनके तार आपस में जुड़े हैं और हम इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं।’

पिछले हफ्ते लश्कर-ए-तैयबा के खतरनाक आतंकवादी अबु कासिम को मार गिराने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों के लिए यह एक बड़ी सफलता है और निश्चित रूप से इससे इस आतंकवादी संगठन की संचालन क्षमता में कमी आएगी।

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