समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने 26 जनवरी को लाल किले पर हुई हिंसा के मामले में एक और शख्स को गिरफ्तार किया है। ये जानकारी अधिकारियों ने दी है। डिप्टी कमिश्नर (स्पेशल सेल) संजीव कुमार यादव ने बताया कि इकबाल सिंह, जिसकी गिरफ्तारी पर 50 हजार रुपये का इनाम था, को पंजाब के होशियारपुर से पकड़ लिया गया है। मंगवार की रात को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने ये कार्रवाई की।
बता दें कि इकबाल सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिसमें वह पुलिसकर्मियों को धमकाता नजर आ रहा है। साथ ही प्रदर्शनकारियों को भड़का रहा है। लुधियाना पुलिस ने बताया कि इकबाल सिंह एक रागी (कथा वाचक ) के तौर पर काम करता था। वह 20 सालों से ये कर रहा था और प्रार्थनाएं आयोजित करता था।
26 जनवरी की हिंसा के वीडियो में, इकबाल सिंह पुलिस वालों को धमकाता नजर आ रहा है। इकबाल सिंह कहता नजर आ रहा है कि वह पुलिस पर अपनी बंदूक से गोली चलाएगा। उसने कहा कि अगर लाल किले के दरवाजे नहीं खोले जाते हैं तो उसे हथियार उठाने होंगे। जिससे खूनखराबा होगा।इकबाल ने वीडियो में कहा, जो कि फेसबुक पर लाइव था, कि राष्ट्रीय ध्वज को शांति से उतारा जाए नहीं तो हथियार इस्तेमाल किए जाएंगे और खून खराबा होगा।
दीप सिद्धू गिरफ्तार: लाल किले पर गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर रैली के दौरान किसानों को उकसाने के लिए दिल्ली पुलिस सेल द्वारा दीप सिद्धू को गिरफ्तार किया गया है। लाल किले पर हुई हिंसा के सिलसिले में दर्ज एफआईआर में सिद्धू का नाम है। उसकी गिरफ्तारी के लिए 1 लाख रुपये का नकद इनाम देने का ऐलान पुलिस ने किया था।
बता दें कि सिद्धू लाल किले में मौजूद था जब लाल किले की प्राचीर पर किसानों के झंडे और धार्मिक झंडे लगाए गए। सिद्धू के साथ लक्का सदाना का नाम भी एफआईआर में लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने लाल किले में हुई हिंसा में शामिल दंगाइयों ’की तस्वीरें जारी की थीं। पुलिस ने फेशियल एनालिटिक्स का इस्तेमाल करते हुए संदिग्धों की पहचान की।
CISF द्वारा उपलब्ध कराए गए सीसीटीवी फुटेज की मदद से लगभग 42 लोगों की पहचान की गई, जबकि व्हाट्सएप वीडियो से 20 संदिग्धों की पहचान की गई। सिद्धू को दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट में पेश किया गया, जहां पुलिस ने 10 दिन की रिमांड मांगी। सुनवाई के बाद अदालत ने उसे सात दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया।