इंटरनेट की दुनिया में, जहां अंग्रेजी को मुख्य माध्यम माना जाता है, वहां महज 20 साल के तुषार गनेरीवाल ने अपने हिंदी पोर्टल के जरिए सफलता के रेकार्ड तोड़े हैं। वे अपने वेब पोर्टल ‘रोचक तथ्य’ से चर्चा में आए हैं, जिसे हर महीने पांच करोड़ से ज्यादा लोग पढ़ रहे हैं। तुषार गनेरीवाल ने हिंदी के दर्शकों-पाठकों पर शोध करते हुए महसूस किया कि हिंदी पाठक पढ़ने में दिलचस्पी तो रखते हैं, लेकिन उनके पास पर्याप्त मात्रा में हिंदी में सामग्री उपलब्ध नहीं हैं।
यह ध्यान में रखकर उन्होंने ‘गुदगुदे चुटकुले’ नामक पोर्टल शुरू किया। दो महीने के भीतर ही 10 लाख से अधिक लोग उन्हें फॉलो कर चुके थे। बेहद कम समय में इस कदर सफलता पाने के बाद तुषार गनेरीवाल को यह लगने लगा कि उन्हें मजबूत विषय चुनना होगा। उन्हें यह आभास होने लगा कि किसी विषय पर गहराई से शोध सामग्री हिंदी में नहीं है। उन्होंने पाया कि हिंदी भाषा का कोई भी उचित तथ्य पोर्टल नहीं है। उन्होंने तीन साल पहले ‘रोचक तथ्य’ नामक एक पोर्टल की शुरूआत की।
इस पोर्टल की लोकप्रियता का आलम यह है कि उनके फेसबुक पर लगभग 3.1 मिलियन से अधिक और इंस्टाग्राम पर करीब 1.1 मिलियन फॉलोअर्स हैं। इसके अलावा, हर महीने 50 मिलियन से अधिक लोगों द्वारा उनके ‘रोचक तथ्य’ को पढ़ा और पसंद किया जा रहा है।
गुजरात के सूरत के तुषार का कहना है कि मेरे माता पिता ने मेरी परवरिश इस तरह की है कि मैं असल जिंदगी को समझ पाऊं। आजकल लोग अपने बच्चों को मुसीबतों से बचना सिखाते हैं उससे लड़ना नहीं। मेरे मां-पिता ने मुझे मुसीबतों से लड़ना सिखाया और मुझे असल दुनिया का ज्ञान दिया। तुषार का कहना है, ‘सफलता के लिए आत्मविश्वास का होना बेहद जरूरी है और आत्मविश्वास के लिए तैयारी।’
महज 15 साल की उम्र में तुषार ने चीन की कंपनी ‘9एप्स’ की सोशल मीडिया टीम से संपर्क कर उनसे जुड़ने की इच्छा जताई। उनकी प्रतिभा और आत्मविश्वास को देखते हुए उन्हें प्रति माह सात हजार रुपए की तनख्वाह पर प्रशिक्षु रखा गया। कुछ महीने इस कंपनी के साथ काम करने के बाद तुषार को समझ आ गया कि डिजिटल मार्केटिंग उपयुक्त माध्यम है। उन्होंने कई जगह काम कर कुछ धनराशि जुटाई और खोजना शुरू किया कि ऐसा कौन-सा दर्शक वर्ग है जो आंकड़ों में बड़ा है लेकिन उनके पास पठन-दृश्य सामग्री नहीं है।
इसी बात को ध्यान में रखते हुए तुषार ने ‘गुदगुदे चुटकुले’ नामक पोर्टल बनाया और उस पर केवल हिंदी भाषा के लोगों के लिए चुटकुले उपलब्ध करवाना शुरू किया। केवल 50 दिनों के भीतर ही इस पोर्टल से 10 लाख लोग जुड़े। इसके बाद तुषार ने कई पोर्टल शुरू कर दिए। उन्होंने जर्मन सामग्री पर काम किया। जर्मनी की शीर्ष 100 वेबसाइट में से दो उनकी ही वेबसाइट थीं। इसके बाद उन्होंने ‘रोचक तथ्य’ पोर्टल शुरू किया, जिसकी सफलता अब सामने है।