1984 Anti Sikh Riots:1984 के सिख विरोधी दंगे मामले में कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को शुक्रवार (2 जून) को करारा झटका लगा है। दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने जगदीश टाइटलर के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट को मंजूरी दे दी है। साथ ही कोर्ट ने स्पेशल एमपी-एमएलए कोर्ट में मुकदमा चलाने के लिए ट्रांसफर कर दिया है। कोर्ट इस मामले की सुनवाई 8 जून को करेगा।
सीबीआई ने इससे पहले जगदीश टाइटलर के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। सीबीआई के मुताबिक, तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या के एक दिन बाद 1 नवंबर, 1984 को पुल बंगश इलाके में भीड़ ने एक गुरुद्वारे में आग लगा दी थी, इसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी। टाइटलर पर आरोप है कि 39 साल पहले दिए भाषण में उन्होंने ही भीड़ को उकसाया था। इसमें तीन सिखों ठाकुर सिंह, बादल सिंह और गुरु चरण सिंह की जान चली गई थी। सीबीआई ने टाइटलर के खिलाफ IPC की धारा 147 (दंगा), 109 (उकसाने) के साथ 302 (हत्या) के तहत आरोप लगाए हैं।
1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के मामले में अप्रैल माह में जगदीश टाइटलर अपनी आवाज का सैंपल देने के लिए सीबीआई के सामने पेश हुए थे।प्रयोगशाला से बाहर निकलते हुए टाइटलर ने कहा था कि अगर मेरे खिलाफ एक भी सबूत है तो मैं फांसी पर चढ़ने को तैयार हूं। सीबीआई ने मामले में कांग्रेस नेता को क्लीन चिट दे दी थी।
सीबीआई तीन बार जगदीश टाइटलर को दे चुकी है क्लीन चिट
सिख दंगा मामले में सीबीआई पहले तीन बार टाइटलर को क्लीन चिट दे चुकी है। पहली क्लीन चिट 2007 में मिली थी। मगर कोर्ट ने इसे सिरे से खारिज कर दोबारा जांच के आदेश दिए। इसके बाद 2013 में सीबीआई ने फिर से सबूतों का अभाव देकर टाइटलर को क्लीन चिट दे दी। याचिकाकर्ता फिर कोर्ट पहुंचे, जांच हुई और टाइटलर फिर बच गए। आखिर में कोर्ट ने 4 दिसंबर 2015 में सीबीआई को मामले की जांच करने का निर्देश देते हुए कहा था कि वह हर दो महीने में जांच की निगरानी करेगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि हर एक पहलू की जांच की जाए।
कोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि सीबीआई उन सभी गवाहों के बयान दर्ज करें, जिन्होंने खुद को चश्मदीद बताया और टाइटलर को दंगा भड़काते देखा। जिन गवाहों ने अपनी गवाही दर्ज कराने के लिए सीबीआई से संपर्क किया, उनके भी बयान लिए जाएं। इसके बाद सीबीआई ने एक और जांच की और टाइटलर का नाम चार्जशीट में शामिल किया।
2004 में मनमोहन सरकार में मंत्री थे जगदीश टाइटलर
जगदीश टाइटलर 2004 में मनमोहन सिंह सरकार में मंत्री थे, लेकिन विरोध के बाद उन्हें इस्तीफा देना पड़ा था। पिछले कुछ सालों में कांग्रेस पार्टी ने टाइटलर से खुद को दूर कर लिया था, क्योंकि उन्हें 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित कानूनी परेशानी का सामना करना पड़ा।
इंदिरा गांधी की हत्या के बाद भड़के थे सिख विरोधी दंगे
टाइटलर को पिछले साल दिल्ली नगरपालिका चुनाव के लिए समिति में शामिल किया गया था। जिसके बाद विरोधी दलों ने कांग्रेस को घेर लिया था। वह कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दिल्ली चरण में भी शामिल होने वाले थे, लेकिन बाद में विवाद से बचने के लिए वे यात्रा से दूर रहे थे। बता दें,1984 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों ने हत्या कर दी थी। जिसके बाद सिख विरोधी दंगे भड़क गए थे। जिसमें कई लोगों की जान गई थी।