देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस 2014 के बाद से बुरे दौर से गुजर रही है। जहां एक और पार्टी की कई राज्यों से सत्ता से गायब हो रही है तो दूसरी ओर पार्टी का आंतरिक कलह ही मुसीबत बना हुआ है। किसी ना किसी राज्य में हमेशा रूठने-मनाने का दौर चलता ही रहता है। 2014 के बाद से पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद 12 पूर्व सीएम ने कांग्रेस छोड़ दी है। इनमें से अधिकतर ने बीजेपी जॉइन कर ली है। आइए जानते हैं अब तक कितने पूर्व मुख्यमंत्रियों ने कांग्रेस छोड़ी।

अशोक चव्हाण ने छोड़ी कांग्रेस

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने इस साल 12 फरवरी को पार्टी छोड़ दी थी और अगले ही दिन ये खबर आई कि वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। इतना ही नहीं, बीजेपी ने उन्हें पार्टी बदलने का इनाम देते हुए महाराष्ट्र से ही राज्यसभा भेजने का फैसला किया। अशोक चव्हाण को लोगों ने पहली बार 1987 में सांसद के रूप में चुना था। वह दूसरी बार 2014 में लोकसभा सांसद बने। अपनी सियासी पारी में वह 4 बार विधायक और 2 बार सांसद रहे।

कैप्टन अमरिंदर सिंह ने भी छोड़ी कांग्रेस

पंजाब की राजनीति में अहम भूमिका निभाने वाले कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साल 2021 सितंबर में कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। इसके बाद उन्होंने बीजेपी जॉइन कर ली थी। 2014 के लोकसभा इलेक्शन में अमरिंदर सिंह ने अमृतसर से भारतीय जनता पार्टी के नेता अरुण जेटली को एक लाख से ज्यादा वोटों से हराया था। कांग्रेस ने 2017 में पटियाला के महाराज पर दांव खेला और बाजी अपने पक्ष में कर ली। साढ़े चार साल के बाद पंजाब की राजनीति ने करवट ली और कैप्टन को सीएम की कुर्सी से हाथ धोना पड़ गया था और उन्होंने कांग्रेस से किनारा कर लिया।

विजय बहुगुणा ने कांग्रेस से बनाई दूरी

उत्तराखंड के पूर्व सीएम विजय बहुगुणा ने मई 2016 में बीजेपी का दामन थामा था। विजय बहुगुणा उत्तराखंड के 8 पूर्व विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल हुए थे। जनवरी 2014 में विजय बहुगुणा ने इस्तीफा दिया था। उन्होंने मार्च 2012 से जनवरी 2014 तक उत्तराखंड के सीएम के रूप में काम किया था।

एसएम कृष्णा ने छोड़ा हाथ का साथ

एसएम कृष्णा साल 1999 से 2004 तक कर्नाटक के मुख्यमंत्री रहे थे। एसएम कृष्णा ने 2017 में कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी जॉइन की थी। एसम कृष्णा 1968 में पहली बार सांसद बने थे। उन्हें इंदिरा गांधी और राजीव गांधी दोनों के साथ काम करने का अनुभव है। 1999 में उन्होंने कांग्रेस को कर्नाटक में जीत दिलाई थी।

किरण कुमार रेड्डी बीजेपी में हुए शामिल

आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम किरण कुमार रेड्डी ने साल 2023 में कांग्रेस पार्टी से दूरी बना ली और इस्तीफा दे दिया। किरण कुमार रेड्डी अविभाजित आंध्र प्रदेश के आखिरी सीएम थे। रेड्डी ने इससे पहले 2014 में तत्कालीन यूपीए सरकार के आंध्र प्रदेश को विभाजित करने और तेलंगाना बनाने के फैसले पर कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। उस समय उन्होंने अपनी खुद की राजनीतिक पार्टी जय समैक्य आंध्र पार्टी बनाई थी, लेकिन 2018 में कांग्रेस में वापस लौट आए थे। इसके बाद उन्होंने पिछले साल भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया।

पेमा खांडू ने जॉइन की बीजेपी

अरुणाचल के सीएम पेमा खांडू भी एक समय में कांग्रेसी नेता थे। दिसंबर 2016 में पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (PPA) के 32 विधायकों के साथ वो बीजेपी में शामिल हो गए। खांडू सरकार जुलाई 2016 से सत्ता में है। पहले इस सरकार का नेतृत्व कांग्रेस पार्टी कर रही थी।

गुलाम नबी आजाद ने बनाई नई पार्टी

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और गांधी परिवार के करीबी रहे गुलाम नबी आजाद ने अगस्त, 2022 में कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से त्यागपत्र दे दिया था। जम्मू कश्मीर के सीएम रहे गुलाम नबी आजाद ने कांग्रेस से किनारा कर अपनी नई पार्टी बना ली है। इस बार के लोकसभा चुनाव में उनकी पार्टी चुनाव भी लड़ रही है। वह 2005 में जम्मू कश्मीर के सीएम बने।

गोवा के पूर्व सीएम ने कांग्रेस पार्टी छोड़ी

गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री Luizinho Falerio ने 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी से इस्तीफा दे दिया। इसके बाद तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया था। इस समय वह बीजेपी में है। इनके अलावा अजित जोगी, एनडी तिवारी, रवि नाइक और दिगंबर कामत भी पार्टी छोड़ चुके हैं।