Urdhva mukha svanasana: योगा के कई आसन होते हैं जिनका नियमित अभ्यास करने से कई स्वास्थ्य समस्याएं कम हो जाती हैं। आज की भागदौड़ की जिंदगी में कई ऐसी समस्याएं हैं जिनका सही तरीके से इलाज नहीं करवाने पर समस्या बिगड़ सकती है। उनमें से एक गठिया की समस्या है। गठिया की समस्या आमतौर पर बुजुर्गों में देखने को मिलती है लेकिन कई बार यह समस्या कम उम्र के लोगों को भी हो जाती है। ऐसे में आप इस समस्या को ठीक करने के लिए दवाइयों के साथ-साथ योगा भी कर सकते हैं। उर्ध्वमुख श्वानासन एक ऐसा आसन है जिसकी मदद से आप अपनी गठिया की समस्या को कम कर सकते हैं। रोजाना करें इस आसान आसन का अभ्यास।

उर्ध्वमुख श्वानासन करने की विधि:

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर पेट के बल लेट जाएं। अब दोनों हाथों को जमीन पर रख लें और सिर को धीरे-धीरे पीछे की तरफ ले जाएं और जितना हो सके पीठ को पीछे मोड़ें। कमर को हल्का ऊपर उठाएं। इस आसन को करते वक्त पांच बार सांस अंदर और बाहर की तरफ लें। इस अवस्था में 30 से 60 सेकंड तक रहें।

गठिया के लिए उर्ध्वमुख श्वानासन के लाभ:
गठिया के लोगों के लिए यह आसन काफी फायदेमंद होता है। घुटनों में होने वाले दर्द और सूजन को कम करता है। साथ ही गठिया के अन्य प्रकारों को भी कम करने में मदद करता है। इसके अलावा मांसपेशियों और हड्डियों को मजबूत करता है।

उर्ध्वमुख श्वानासन करने के अन्य लाभ:

– रीढ़ की हड्डी और कलाईयां मजबूत करने में मदद करता है।
– छाती, फेफड़ों और कंधों में होने वाले खिंचाव को कम करता है।
– तनाव, डिप्रेशन और चिंता को कम करने में मदद करता है।
– कूल्हो को मजबूत करता है।

उर्ध्वमुख श्वानासन करते वक्त रखें ये सावधानी:

– जिनलोगों को पीठ में चोट लगी हो उन्हें यह आसन नहीं करनी चाहिए।
– प्रेग्नेंट महिलाएं इस आसन को ना करें।
– कार्पल टनल सिंड्रोम वाले लोग इस आसन का अभ्यास ना करें।

(और Lifestyle News पढ़ें)