Kudnalini yoga benefits: योगा स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होता है। हर उम्र के लोगों को योगा करना चाहिए। इससे ना सिर्फ आप ऊर्जावान रहते हैं बल्कि शरीर को अंदर से ताकत भी मिलती है। योग के कई आसन हैं जिसे करने से लोगों को मानसिक और शारीरिक रूप से लाभ मिलता है। उनमें से एक है कुंडलिनी योग। इस योग का नियमित अभ्यास करने से आपका तनाव कम होता है और फ्रेश महसूस करते हैं। इसके अलावा इस योग को करने से आपका मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और शरीर में लचीलापन आता है। आइए जानते हैं इस योग को करने की सही विधि और इससे होने वाले स्वास्थ्य लाभ।
कुंडलिनी योग क्या है?
कुंडलिनी योग को लाया योग के नाम से भी जाना जाता है। यह हिंदू धर्म के शक्तिवाद और तंत्र विद्याओं से प्रभावित है। यह मेडिटेशन, प्राणायाम, मंत्र जप और योग आसन के नियमित अभ्यास से कुंडलिनी ऊर्जा को जगाता है।
कुंडलिनी योग का अभ्यास कैसे करें:
कुंडलिनी योग का अभ्यास करने के लिए, पैरों को क्रॉस कर के बैठ जाएं और अपने हाथों को प्रार्थना मुद्रा में लाए। सुनिश्चित करें कि आपकी रीढ़ की हड्डी बिल्कुल सीधी हो। बंद आंखों के साथ, तीसरी आंख पर ध्यान केंद्रित करें और मंत्र “ओम नमो, गुरु देव नमो” का जाप करें।
इस योग को करने के लिए सबसे जरूरी अपनी सांस पर ध्यान देना होता है। यह आपको रिलैक्स करने में मदद करता है।
कुंडलिनी योग के लाभ:
– इस आसन को करने से शरीर में एनर्जी का स्तर बढ़ता है।
– यह ब्लड प्यूरीफाई करता है।
– मानसिक स्वास्थ्य जैसे- तनाव, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्या को कम करता है।
– कुंडलिनी योग करने से शराब और धूम्रपान की लत छूट जाती है।
– वजन कम करने वाले लोगों के लिए भी यह आसन फायदेमंद होता है।
– पेट से जुड़ी समस्या जैसे- कब्ज, दस्त और एसिडिटी को कम करता है।
– अंदर की नकारात्मकता को कम करने में मदद करता है।
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