आज के समय में ज्यादातर लोग माइग्रेन (migraine) के दर्द से परेशान रहते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक, माइग्रेन दिमाग या चेहरे की रक्त-वाहिनियों में हुई गड़बड़ी के कारण होने वाली एक बीमारी है। ये आनुवंशिक भी हो सकती है, साथ ही कई मामलों में वातावरण में बदलाव, तनाव के स्तर में बढ़ोतरी, बेहद खराब लाइफस्टाइल या जरूरत से ज्यादा सोने के चलते भी कोई व्यक्ति इसकी चपेट में आ सकता है।
अब, माइग्रेन होने पर व्यक्ति को सिर के आधे हिस्से में असहनीय दर्द का एहसास परेशान करने लगता है। इसके अलावा कुछ लोगों में उल्टी, मतली की परेशानी बढ़ जाती है, हल्की आवाज भी दर्द को अधिक बढ़ाने लगती है, साथ ही व्यक्ति रोशनी तक भी नहीं झेल पाता है।
वहीं, अगर आप भी इस तरह की स्थिति से परेशान रहते हैं, तो माइग्रेन के दर्द को कम करने के लिए आप योगा की मदद ले सकते हैं। कई शोध के नतीजे बताते हैं कि कुछ योगासन का अभ्यास माइग्रेन के दर्द से तुरंत राहत पाने में असर दिखा सकता है। यहां हम आपको कुछ ऐसे ही योगासन के बारे में बता रहे हैं।
बालासन (Child’s pose)
हेल्थ लाइन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बालासन का अभ्यास माइग्रेन के दर्द को कम करने में असर दिखा सकता है। इस आसन को करने से तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद मिलती है, जिससे दर्द कम होने लगता है।
कैसे करें बालासन?
- इसके लिए सबसे पहले अपने घुटनों के बल बैठ जाएं।
- अब, सांस अंदर लेते हुए दोनों हाथों को सीधा सिर के उपर उठा लें।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए पीठ को आगे की ओर झुकाएं और अपनी हथेलियों को जमीन से मिला लें।
- अपने सिर को जमीन पर टीका लें। इतना करने पर आप आप बालासन की मुद्रा में आ जाएंगे।
- कुछ मिनटों के लिए इसी मुद्रा में शरीर को रिलॅक्स करें। आप चाहें तो 30 सेकंड या एक मिनट के लिए इसे कर सकते हैं।
उत्तानासन
इस योगासन का अभ्यास सिर और बालों के पोर्स में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है, जिससे ऑक्सीजन का स्तर बढ़ता है और दर्द से राहत मिलने लगती है।
कैसे करें उत्तानासन?
- उत्तानासन करने के लिए सबसे पहले सीधे खड़े हो जाएं और अपने दोनों पैरों को आपस में मिला लें।
- अब, अपने दोनों हाथों को हिप्स पर रखें।
- इसके बाद गहरी सांस अंदर खींचते हुए कमर को मोड़ते हुए आगे की झुकें।
- हिप्स और टेलबोन को हल्का सा पीछे की ओर ले जाएं और संतुलन बनाए रखें।
- अब, अपने हाथों से टखने को पीछे की ओर से पकड़ें।
- इस दौरान आपका सीना पैर के ऊपर छूता रहेगा।
- इसके बाद जांघों को भीतर की तरफ दबाने का प्रयास करें और शरीर को एड़ी के बल स्थिर बनाए रखें।
- सिर को नीचे की तरफ झुकाएं और टांगों के बीच से झांककर देखें।
- इस स्थिति में 15-30 सेकंड तक बने रहें। इसके बाद आप इस आसन को दोहरा सकते हैं।
शवासन
इन सब से अलग आप माइग्रेन के दर्द को कम करने शवासन का अभ्यास भी कर सकते हैं।
कैसे करें शवासन?
- शवासन करने के लिए दोनों हाथ और पैरों को फैलाकर पीठ के बल लेट जाएं।
- इस दौरान आपको किसी भी अंग को हिलाना-डुलाना नहीं है।
- इस स्थिति में आने पर अपना पूरा ध्यान केवल अपनी सांस की ओर लगाएं और उसे अधिक से अधिक लयबद्ध करने का प्रयास करें।
- गहरी सांसें भरें और सांस छोड़ते हुए ऐसा अनुभव करें कि आपकी पूरी बॉडी एक दम शांत हो गई है।
- इससे भी आपको दर्द से राहत मिल सकती है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।