रोजाना 8 घंटे की नींद लेना हर इनसान के लिए जरूरी है। अच्छी नींद हमारे रोजमर्रा के कामकाज को सुचारू रूप से करने में मदद करती है। रात की अच्छी नींद हमारे शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखती है। नींद पूरी रहती है तो बॉडी में एनर्जी का स्तर हाई रहता है और हमारा कामकाज में मन लगता है। अच्छी नींद एकाग्रता को बढ़ाती है और मन को ठीक रखती है। 7-8 घंटे की सुकून भरी नींद हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी है।

नींद की कमी या फिर खराब नींद का बॉडी पर लम्बे समय तक खराब असर रहता है। आयुर्वेद के अनुसार अच्छी नींद लेने के लिए सोने से पहले कैफीन का सेवन नहीं करना चाहिए, साथ ही मोबाइल या टीवी स्क्रीन से दूरी बनाना चाहिए। अच्छी नींद के लिए गहरी सांस लें और दिन में सोने से बचें। इन सब के अलावा अच्छी नींद के लिए अपनी नींद की दिशा और स्थिति पर विशेष ध्यान देना भी जरूरी है।

आयुर्वेदिक विशेषज्ञ डॉ दीक्सा भावसार ने नींद की दिशा के आयुर्वेदिक साइंस को साझा किया और बताया है कि आपको कभी भी उत्तर दिशा की ओर सिर करके नहीं सोना चाहिए। इसके अलावा, उन्होंने अलग-अलग दिशाओं में सोने के प्रभाव के बारे में भी विस्तार से बताया।

उत्तर दिशा में सोने का प्रभाव: डॉ. भावसार ने समझाया कि यदि कोई उत्तर की ओर सिर करके सोता है, तो उसे रात को चैन की नींद नहीं आती और इनसान रात भर डर से जागता रहता है। बार-बार नींद खुलने का कारण है पृथ्वी के उत्तर में मनुष्य के सिर की तरह ही धनात्मक आवेश है। दो धन आवेशित चुम्बक मन को बैचेन कर सकते हैं। आयुर्वेद के मुताबिक ये चुंबकत्व ब्लड सर्कुलेशन को प्रभावित करता है, तनाव बढ़ाता है और मन को अशांत करता है।

पूर्व दिशा में सोने का प्रभाव: यदि आप सीखने की गतिविधि में लगे हुए हैं और अपनी याददाश्त को मजबूद बनाना चाहते हैं तो पूर्व दिशा में सोएं। विशेषज्ञ ने सुझाव दिया है कि पूर्व दिशा नींद के लिए बेहतर दिशा है। इस दिशा में सोने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है और एकाग्रता में सुधार होता है। अच्छी सेहत के लिए आप पूर्व की दिशा में सिर करके सोएं।

पश्चिम दिशा में सोने का प्रभाव: वास्तु शास्त्र के अनुसार, पश्चिम की ओर सिर करके सोने से आपको रात को नींद आ सकती है क्योंकि यह दिशा प्रयास करने की दिशा है। इस दिशा में सोने से आपको परेशान करने वाले सपने आ सकते हैं इस दिशा में बहुत आराम देने वाली नींद नहीं आ सकती।

दक्षिण दिशा में सोने का प्रभाव: दक्षिण दिशा में सिर करके सोने से गहरी नींद आती है। जैसा कि दक्षिण नकारात्मक चार्ज है और आपका सिर सकारात्मक चार्ज है, आपके सिर और दिशा के बीच एक सामंजस्यपूर्ण आकर्षण है।

यदि आप उत्तर दिशा में सिर करके सोते हैं तो आपका शरीर ऊर्जा को बाहर निकालने के बजाय, शरीर में स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि को बढ़ावा देने वाली ऊर्जा खींचता है। अगर आपको अच्छी नींद लेने में परेशानी हो रही है, तो आज रात सोने की दिशा बदलकर देखें।