कुछ लोगों को अक्सर पाइल्स की समस्या रहती है। ऐसे में उन्हें लगता है कि पाचन तंत्र में खराबी के कारण बवासीर से पीड़ित हैं। वैसे पाइल्स के और भी कई कारण हो सकते हैं जिनके बारे में आपको पता भी नहीं होगा। बवासीर के कुछ विशेष लक्षण इस प्रकार हैं, गुदा से खून आना, मल त्याग करते समय दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द, कब्ज और खुजली आदि।
बवासीर की शुरूआती अवस्था में इसका इलाज करना बहुत जरूरी होता है अन्यथा यह और भी गंभीर समस्या में बदल जाता है। यदि बवासीर का इलाज नहीं किया जाता है, तो यह मलाशय के अल्सर और कैंसर का कारण बन सकता है। इसलिए यहां पाइल्स होने के कुछ कारण बताए जा रहे हैं, जिनके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे।
बवासीर की शुरूआती अवस्था में इसका इलाज करना बहुत जरूरी होता है। यदि बवासीर का समय पर इलाज नहीं किया जाता है, तो यह मलाशय का अल्सर अथवा रेक्टल कैंसर का कारण बन सकता है। इसलिए यहां पाइल्स होने के कुछ कारण बताए जा रहे हैं, जिनके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे। आइए जानते हैं-
टॉयलेट में ज्यादा समय न बिताएं
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति टॉयलेट की सीट पर बहुत देर बैठता हैं और मल त्यागने के लिए अधिक जोर लगाना पड़ता है तो इसके कारण गुदा की नसों में सूजन हो सकती है जिसके कारण पाइल्स की समस्या हो सकती है।
जंक फूड और कब्ज की समस्या
उन लोगों में पाइल्स की समस्या बहुत जल्दी होती है जो बहुत अधिक तैलीय, अधिक वसा युक्त आहार नियमित तौर पर खाते हैं। ऐसे फूड्स का सेवन करने से मल कड़ा हो जाता है जिसके कारण मल त्याग करते समय पाइल्स की समस्या होती है। इसके अलावा कब्ज़ के कारण भी पाइल्स की समस्या होती है क्योंकि आंतों में फंसा मल गुदा की नसों को तोड़ देता है क्योंकि वे बाहर की ओर आने लगती हैं।
भारी वस्तुएं उठाना और बहुत अधिक व्यायाम करना
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक बहुत अधिक वज़न या भारी वस्तुएं उठाने से पाइल्स की समस्या हो सकती है। क्योंकि वज़न उठाने से शरीर के निचले भाग पर बहुत अधिक जोर पड़ता है जिसके कारण नसों के टूटने की संभावना होती है। वहीं बहुत से लोगों में अधिक व्यायाम करने के कारण पाइल्स की समस्या हो सकती है। चूंकि व्यायाम करते समय पेट के निचले हिस्से पर बहुत अधिक जोर आता है, विशेष रूप से पैरों के व्यायाम के कारण। इसलिए ऐसे व्यायाम को देर तक करने से बचना चाहिए जिसमें पेट पर जोर पड़े।
पाइल्स होने के अन्य कारण
उन लोगों में भी पाइल्स की समस्या हो सकती है जो लोग ज़्यादा देर तक खड़े होकर काम करते हैं। इसके अलावा पाइल्स का एक कारण मोटापा भी है। इसके साथ ही प्रेग्नेंसी के दौरान भी कई महिलाओं को पाइल्स की समस्या हो जाती है। आपको बता दें कि पाइल्स की समस्या होने पर अपने आहार में ढेर सारे साबुत अनाज जैसे ब्राउन राइस, ओट्स, होल व्हीट शामिल करें। चूंकि साबुत अनाज में फाइबर बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है। इनके सेवन से मल नरम हो जाता है और मल त्याग के दौरान होने वाले दर्द में कमी आती है। साथ ही पाइल्स की समस्या होने पर तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।