आजकल दुनिया भर में मोटापे की समस्या से लोग पीड़ित हैं। मोटापे की वजह से तमाम तरह की बीमारियां जैसे शुगर, ब्लड प्रेशर, अनिद्रा, जोड़ों और घुटनों में दर्द होने की संभावना बढ़ जाती है। मोटापा बढ़ने के कई कारण हैं। वजन कम करने के लिए लोग अक्सर खान-पान में कटौती करना शुरू कर देते हैं, जबकि उन्हें अपने खान-पान में थोड़ा बदलाव करने की जरूरत होती है। लेकिन बढ़ते वजन खासकर बेली फैट को कम करना बिल्कुल भी आसान नहीं है। बेली फैट ना सिर्फ दिखने में खराब लगता है बल्कि बेली फैट को कम करने के लिए लोग जिम में घंटों पसीना बहाते हैं और डाइट प्लान फॉलो करते हैं।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ मोटापा या वजन काम करने के लिए चावल या सफ़ेद ब्रेड, आलू और अधिक कार्ब्स वाली चीजों से दूरी बनाने की सलाह देते हैं। ऐसे में यह सवाल उठता है कि वजन कम करने वाले व्यक्ति के पास विकल्प क्या है? ऐसे में जिनमें कैलोरी कम हो उन चीजों को अधिक सेवन करना चाहिए। वजन कम (Sweet Potato for Weight Loss) करने के लिए शकरकंद यानी मीठा आलू बेस्ट ऑप्शन हो सकता है। आइये जानते हैं कैसे-

फाइबर से भरपूर: शकरकंद भूख मिटाने का हेल्दी ऑप्शन है। इसमें विटामिन- ए के साथ-साथ फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसलिए इसे खाने के बाद पेट देर तक भरा रहता है और आप अनहेल्दी स्नैक खाने से बच जाते हैं। एक मीडियम साइज के शकरकंद में 4 ग्राम तक फाइबर हो सकता है।

कम मात्रा में कैलोरी: शकरकंद में कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है और इसलिए वजन कम करने की प्रक्रिया के दौरान यह लाभकारी होता है। 100 ग्राम शकरकंद में लगभग 86 कैलोरी होता है और इस वजह से यह आपके शरीर में कैलोरी की मात्रा में नियंत्रित रखता है।

वजन को कम करे: शकरकंद में कॉपर, जिन्क और सुपरऑक्साइड नामक एंटीऑक्सीडेंट होता है जो आपके शरीर के सूजन और तनाव को कम करता है। कम तनाव और सूजन, वजन बढ़ने से रोकने में मदद करता है। इसके साथ ही इसमें प्रोटीन, स्टार्च, विटामिन, मिनरल्स काफी मात्रा में होते हैं। यह शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा प्रदान करते हैं। मोटापा कम करने के लिए शकरकंद का सेवन कर सकते हैं।

ब्लड शुगर में कारगर: कोक्रेन डेटाबेस ऑफ सिस्टेमैटिक रिव्यूज़ जर्नल के मुताबिक शकरकंद में कार्बोहाइड्रेट ज्यादा होता है लेकिन ये एडिपोनेक्टिन (adiponectin) तत्व देता है जो आपके शरीर में ब्लड शुगर को नियमित करने वाले हार्मोन को बढ़ाता है। इसके अलावा शरीर में अधिक मात्रा में ग्लाइसेमिक एसिड हो जाता है तो इस वजह से रक्त शर्करा बढ़ती है जिससे आपका वजन भी बढ़ता है। इसलिए शकरकंद का सेवन आपके ग्लाइसेमिक एसिड को नियंत्रित रखता है। लेकिन ध्यान रखें कि आप शकरकंद को उबालकर या भाप में पका कर खाएं, तल कर या रोस्ट करके नहीं।