Belly Fat Removal Tips: मोटापा हर किसी को अखरता है, ये केवल पर्सनैलिटी ही नहीं बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी खतरनाक है। आज के समय में हेल्दी और एक्टिव लाइफ जीने के लिए लगभग सभी लोग वेट लॉस करना चाहते हैं। नियंत्रित वजन रखने से शरीर फिट और स्वस्थ रहता है जबकि लगातार वजन बढ़ने से दिल की बीमारी समेत हाई कोलेस्ट्रॉल और हाई ब्लड शुगर का खतरा भी बढ़ता है। वहीं, बेली फैट यानी तोंद भी लोगों के व्यक्तित्व को प्रभावित करते हैं। ऐसे में लोग वजन कम करने की तमाम कोशिशें करते हैं। पर कई बार ये तरीके लोगों के लिए घातक हो सकते हैं क्योंकि अक्सर वजन कम करने के लिए लोग खाना कम या बंद कर देते हैं। इससे शरीर को पर्याप्त पोषण नहीं मिल पाता है।
ऐसे में वजन और पेट की चर्बी को नियंत्रित करने के लिए कुछ आयुर्वेदिक औषधियों के इस्तेमाल को प्रभावी माना जाता है। आइए जानते हैं इनके फायदे –
दालचीनी: दालचीनी जिसे आमतौर पर लगभग सभी घरों में इस्तेमाल किया जाता है। ये न केवल खाने का स्वाद व खुश्बू बढ़ाने में कारगर है, बल्कि वजन कम करने में इसका कोई जोड़ नहीं है। कई औषधीय गुणों से परिपूर्ण दालचीनी इम्युनिटी बढ़ाने से लेकर मेटाबॉलिज्म को दुरुस्त रखने में भी मददगार है। इसके अलावा, इसके सेवन के बाद इंसान को जल्दी भूख नहीं लगती है। ऐसे में लोग अपनी क्रेविंग्स को कंट्रोल में रख पाते हैं, जिससे व्यक्ति ओवर ईटिंग से बचता है।
मालाबार हल्दी: वजन कम करने में पिछले कुछ समय से मालाबार हल्दी की पॉपुलैरिटी भी बढ़ी है। माना जाता है कि इसके सेवन से शरीर के फैट प्रोडक्शन और उसके स्टोरेज की क्षमता को ब्लॉक करता है। इस औषधि का एक महत्वपूर्ण तत्व है हाइड्रॉक्सी सिट्रिक एसिड, जो मेटाबॉलिज्म को बेहतर बनाने में मदद करता है।
त्रिफला: आयुर्वेद के मुताबिक त्रिफला आंवला, हरीतकी और बीभितकी का मिश्रण होता है। इस मिश्रण को इस्तेमाल करने से शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ बाहर निकल आते हैं और पेट साफ रहता है। पाचन शक्ति और मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में भी ये कारगर है।
मेथी के बीज: पेट की चर्बी को कम करने में मेथी के बीज का इस्तेमाल भी फायदेमंद माना गया है। इसमें मौजूद तत्व गैलेक्टोमेनन भूख को कम करने में सक्षम है। ऐसे में इसके सेवन से लोग ज्यादा समय तक भरा-भरा महसूस करते हैं।