उत्तर प्रदेश विधानसभा नजदीक आने के साथ ही सियासी हलचल भी तेज हो गई है। बीजेपी के लिए चुनाव प्रचार की कमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ संभाल रहे हैं। हाल ही में गृह मंत्री अमित शाह ने भी साफ कर दिया है कि अगर यूपी में बीजेपी की सरकार बनती है तो सीएम योगी ही बनेंगे। दूसरी तरफ, योगी विरोधी पर लगातार जुबानी हमला कर रहे हैं। उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को समाजवादी पार्टी का एजेंट तक कह दिया था। इस बीच योगी का एक पुराना इंटरव्यू वायरल हो रहा है।
वरिष्ठ पत्रकार शशि शेखर ने एक इंटरव्यू में योगी आदित्यनाथ से अलीगढ़ को लेकर सवाल पूछा था। उन्होंने सवाल किया था, ‘अयोध्या जीत ली आपने, काशी जीत ली, मथुरा जीत ली, एजेंडा तो आपका स्पष्ट है। आप एजेंडे को छिपाते भी नहीं हैं। अलीगढ़ के लिए कहा जाता है कि यहां तीन चीजें मशहूर हैं। मैं इसमें मच्छर और मक्खी ही बोलूंगा। वो तो चलिये कि नगर प्रशासन अगर सुधरेगा तो सब ठीक हो जाएगा। लेकिन अलीगढ़ की हार से साबित हो गया कि ध्रुवीकरण की राजनीति हावी है। आपको भी पहले इसमें सफलता मिली थी और अब विरोधी खेमे ने भी सफलता उसी खेल में पा ली है, ऐसा है क्या?’
सवाल सुनने के बाद योगी आदित्यनाथ मुस्कुराते हुए जवाब देते हैं, ‘देखिये, अलीगढ़ में बहुत सारे फैक्टर हैं और हम उस पर विचार भी कर रहे हैं। मानकर चलिये कि अगले चुनाव की एक पृष्ठभूमि तैयार हो चुकी है। लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी 80 सीटें जीतेगी। ये मेरा पूरा विश्वास है क्योंकि जनता अब बदलाव की राजनीति पसंद कर रही है। बदलाव की वजह से ही लोगों ने पुरानी सरकारों को नकार दिया है। अब ये अगले चुनाव में अलीगढ़ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में साफ भी हो जाएगा कि बीजेपी ही एकमात्र पार्टी है जो जनता के लिए सोच सकती है।’
हिंदुत्व की राजनीति क्यों करते हैं? योगी आदित्यनाथ ने इसके जवाब में कहा था, ‘हिंदू होने अपने आप में सेक्युलर होने की गारंटी है। जहां तक हिंदुत्व की राजनीति करने का सवाल है तो बीजेपी ने कभी इस राजनीति को बढ़ावा नहीं दिया है। बहुत अच्छा होता अगर पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी जाकर आप ऐसा ही कोई सवाल पूछते। लेकिन वहां आपको जवाब नहीं मिलता। क्योंकि वहां अल्पसंख्यकों की हालत देखकर ही साफ हो जाता है कि कौन-सा देश क्या चाहता है। मैं ऐसा बिल्कुल नहीं कर सकता कि घर में पूजा करूं और बाहर जाकर लोगों को बेवकूफ बनाने के लिए टोपी भी पहन लूं।’