आंत हमारी बॉडी का दुसरा मस्तिष्क है जो हमारी बॉडी को चलाती हैं। ये पाचन तंत्र का एक अहम हिस्सा है।आंत दो होती है एक छोटी आंत जिसकी लंबाई 20 फुट और दूसी बड़ी आंत होती है। बड़ी आंत जिसे कोलन (Colon) भी कहा जाता है, इसकी लंबाई लगभग 5 फुट होती है। आंतों के काम की बात करें तो हम जो भी खाते हैं उसके पोषक तत्वों को अवशोषण करने का काम हमारी आंतें करती हैं। हम जो भी लिक्वड या पानी का सेवन करते हैं उसे आंतें सोख लेती हैं। खाना पचने के बाद अपशिष्ट पदार्थ बड़ी आंतों में जमा होते हैं। ये अपशिष्ट पदार्थ मल के रूप में बॉडी से बाहर निकल जाते हैं। कई बार कुछ समस्या होने से आंते कमजोर हो जाती हैं और उनकी सफाई ठीक से नहीं हो पाती है।

आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉक्टर प्रताप चौहान के मुताबिक आंतों के कमजोर होने के लिए सूजन जिम्मेदार है। आयुर्वेद के मुताबिक आंतों में अपच का कारण आंतों में आम का जमा होना होना हो सकता है जिससे आंतें कमजोर होने लगती हैं। आम एक विषैला तत्व है जो अपच के कारण बनता है। आंतों में मूवमेंट कम होने से भी आंतें कमजोर होने लगती हैं।

आंतों में स्टिफनेस और खुशकी आने से भी आंते कमजोर होने लगती हैं। पानी कम पीने से आंतों में डिहाइड्रेशन होने लगती है जो आंत में खुशकी का कारण बनती है। कब्ज होने से,गैस होने से,पेट में कीड़ें होने से,आंतों को ठीक से पोषण नहीं मिलने के कारण भी आंत कमजोर होने लगती हैं। अगर आपकी आंते कमजोर होंगी तो आप कितना भी पोष्टिक भोजेन खाएं आप सेहतमंद नहीं रह पाएंगे। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि आंत कमजोर होने के लक्षण कौन-कौन से हैं और इस परेशानी से बचाव कैसे करें।

आंतें कमजोर होने के लक्षण

  • भोजन का ठीक से नहीं पचना
  • मल बंधा हुआ नहीं होना आंतों की खराबी का लक्षण है।
  • कभी लूज मोशन होना तो कभी कब्ज होना
  • पेट में ज्यादा गैस का बनना।
  • भूख कम लगना या वजन का कम होना
  • बॉडी में थकान,कमजोरी और सुस्ती होना
  • कभी-कभी हल्का बुखार आना
  • पेट का फूलना और पेट में गुड़गुड़ की आवाज़ आना
  • दिन में 3-4 बार मोशन के लिए जाना
  • पेट में दर्द होना,पेट के आस-पास,नाभि में या नाभि के नीचे दर्द होना आंतें कमजोर होने के संकेत हैं।

आंतों की सेहत के लिए कैसी होनी चाहिए डाइट और लाइफस्टाइल

  • आंतों को सेहतमंद रखने के लिए आप गुनगुना पानी पिएं।
  • कोल्ड ड्रिंक,चाय और कॉफी का सेवन करने से परहेज़ करें।
  • आंतों की खुशकी दूर करने के लिए रोज़ाना 2 लीटर पानी का सेवन जरूर करें।
  • आंत की अच्छी सेहत के लिए छाछ का सेवन करें।
  • एक चम्मच सौंफ,एक चम्मच जीरा,एक चम्मच धनिया और ताजा अदरक डालकर एक लीटर पानी में डालकर उबाल लें। उबालकर पानी को छान लें और फिर उसका दिन भर सेवन करें।
  • खाने से पहले अदरक का टुकड़ा चबाएं।
  • जंक फूड, प्रोसेस फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।
  • ज्यादा खाना नहीं खाएं।
  • नियामित रूप से एक्सरसाइज करें।
  • समय पर सोएं और समय पर जागें।
  • नाभि पर तेल जरूर लगाएं।
  • हफ्ते में दो बार तिल के तेल से मालिश करें।