किडनी हमारी बॉडी का अहम अंग है, जो हानिकारक और जहरीले अपशिष्ट पदार्थों को बॉडी से बाहर निकालती है। बॉडी के इस जरूरी अंग का काम बॉडी में पानी, तरल पदार्थ, खनिज और रसायनों यानी इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे सोडियम, पोटेशियम आदि का संतुलन बनाए रखना है। हेल्दी किडनी हीं बॉडी को हेल्दी रखती है। किडनी में मौजूद लाखों फिल्टर खून से टॉक्सिन को बाहर निकालते हैं। बॉडी के इस जरूरी अंग की देखभाल करना बेहद जरूरी है।
narayanahealth के मुताबिक किडनी को हेल्दी रखने के लिए कुछ चीजों से परहेज करना और कुछ चीजों का सेवन करना जरूरी है। किडनी की अच्छी हेल्थ के लिए नमक का सेवन कम करें और पानी का अधिक करें और कुछ खास योगा करें। किडनी को हेल्दी रखने में खानपान के अलावा योग भी काफी मददगार साबित हो सकता हैं।
कुछ खास योगा करके किडनी के कोने-कोने में जमा गंदगी को बाहर निकाला जा सकता है और किडनी को हेल्दी बनाया जा सकता है। योग गुरू बाबा रामदेव के मुताबिक योग से आप अपने आंतरिक और बाह्य अंगों को हेल्दी और सुरक्षित रख सकते हैं। आइए योग गुरू से जानते हैं कि किडनी को हेल्दी रखने के लिए कौन-कौन से तीन योगा असरदार साबित होते हैं।

भुजंगासन (कोबरा मुद्रा)
भुजंगासन जिसे कोबरा पोज के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन को करने के लिए फर्श पर सीधे लेट जाएं, चेहरा जमीन को छूता रहे। दोनों हाथों को शरीर के पास रखें, हथेलियां फर्श के संपर्क में और कोहनियां कूल्हों को छूती रहें। गहरी सांस लें, शरीर के ऊपरी हिस्से को जमीन से ऊपर उठाएं, पीछे की ओर झुकें और दोनों हाथों का इस्तेमाल करते हुए संतुलन बनाएं। 15-30 सेकंड के लिए इस मुद्रा को बनाए रखें, फिर सांस छोड़ें और प्रारंभिक सपाट स्थिति में वापस फर्श पर आ जाएं।

सेतु बंधासन (ब्रिज पोज)
संस्कृत में पुल को सेतु कहा जाता है। ये योगा सीने, गर्दन और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव पैदा करता है। इसे करने के लिए पीठ के बल सीधे लेट जाएं। अब अपने घुटनों और कोहनियों को मोड़ें। अपने पैरों को फर्श पर कूल्हों के पास सपाट रखें और अपने हाथों को सिर के दोनों ओर मजबूती से रखें। अपने दोनों हाथों और पैरों को जमीन पर टिकाते हुए धीरे-धीरे अपने शरीर को हवा में ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस आर्चिंग पोस्चर को 20-30 सेकंड तक होल्ड करें और धीरे-धीरे अपने शरीर को स्टैंडिंग पोज़ में ऊपर लाएं।

नौकासन (नाव मुद्रा)
इस योगा को करने के लिए पीठ को नीचे की ओर रखते हुए, जमीन पर सीधे लेट कर शुरुआत करें। दोनों हाथों को शरीर के बगल में रखें। श्वास पैटर्न को विनियमित करने के लिए धीरे-धीरे सांस लें और छोड़ें। फिर एक साथ दोनों पैरों को ऊपर उठाते हुए अपने शरीर के ऊपरी हिस्से को जमीन से ऊपर उठाएं। दोनों हाथों को शरीर और घुटनों के बीच फैलाकर सीधे आगे की ओर रखें। मांसपेशियों के लचीलेपन और संतुलन को बनाएं रखने के लिए कम से कम 5 मिनट तक नाव जैसी स्थिति में रहें। सांस छोड़ें और शरीर को ढीला छोड़ दें, धीरे-धीरे वापस जमीन पर ले आएं। नियमित रूप से नौकासन का अभ्यास करते हुए, नौकासन करने के समय को 5 मिनट से बढ़ाकर 20 मिनट कर दें, ताकि इस अभ्यास का ज्यादा फायदा प्राप्त किया जा सके और शरीर में रक्त परिसंचरण में काफी सुधार हो सके। इस नौकासन को करके आप अपनी किडनी को आसानी से हेल्दी रख सकते हैं।