हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) यानी उच्च रक्तचाप आज के समय में बड़ी समस्या बन गया है। व्यस्त लाइफस्टाइल और खानपान के जरिए भी रक्तचाप प्रभावित होता है। आमतौर पर लोग इसे ज्यादा अहमियत नहीं देते हैं। लेकिन अगर इसका सही समय पर इलाज ना किया जाए, तो यह कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। हाई ब्लड प्रेशर से हृदय रोग, ब्रेन स्ट्रोक और किडनी फेलियर (Kidney Failure) का खतरा बढ़ जाता है। गंभीर मामलों में उच्च रक्तचाप मौत का कारण भी बन सकता है।

हालांकि, उच्च रक्तचाप (High Blood Pressure) को योगासन के जरिए कंट्रोल किया जा सकता है। बाबा रामदेव बताते हैं, “जैसे-जैसे तनाव बढ़ता जा रहा है। आगे निकलने की दौड़ और होड़ में व्यक्ति होश खो बैठता है। खराब जीवनशैली और तनावयुक्त जीवन शैली, शारिरिक श्रम का अभाव, इन सबकी वजह से उच्च रक्तचाप बढ़ रहा है। लेकिन अगर आप नियमित रूप से भस्त्रिका, कपालभाति, बाह्य प्राणायाम, उज्जाई, अनुलोम-विलोम, भ्रामरी, उद्गीत और प्रणव इन 8 प्राणायामों का अभ्यास करते हैं तो आपको कभी भी जीवन में उच्च रक्तचाप नहीं होगा।”

स्वामी रामदेव का कहना है कि अगर आपको उच्च रक्तचाप हो चुका है, तो इसे भी यह ठीक कर सकते हैं। इसके अलावा शवासन करने से भी उच्च रक्तचाप को कंट्रोल किया जा सकता है।

हाई ब्लड प्रेशर के लक्षण: उच्च रक्तचाप यानी हाई बल्ड प्रेशर में बार-बार सिरदर्द, मानसिक तनाव की स्थिति बनी रहना, नसों में झनझनाहट महसूस होना, कार्डियोवास्‍कुलर सिस्‍टम में उतार-चढ़ाव की स्थिति होना और सांस लेने में परेशानी होने लगती है।

ब्लड प्रेशर लेवल: शरीर में नॉर्मल ब्लड प्रेशर 120/80 mm Hg माना जाता है। स्लैश के ऊपर वाले अंकों को सिस्टॉलिक ब्लड प्रेशर और निचले हिस्सो को डायस्टॉलिक ब्लड प्रेशर कहते हैं। रक्तचाप का स्तर अगर इतना हो 140/90 तो ब्लड प्रेशर हाई माना जाता है। वहीं, 180/20 हो तो इसे गंभीर हाइपरटेंशन करार दिया जाता है।

उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए पोटैशियम युक्त खाएं: बता दें, पोटैशियम युक्त खाना उच्च रक्तचाप को कंट्रोल करने के लिए सबसे कारगर साबित होता है। ऐसे में लोगों को अपनी डाइट में ब्रोकली, पालक, चुंकदर, टमाटर, गाजर, आलू और दालें जैसी सब्जियां खाना काफी फायदेमंद होता है।