बालों का झड़ना एक समस्या बन गई है, जिससे हर कोई परेशान है। बाल झड़ने के कई कारण हो सकते हैं। आहार में असंतुलन के कारण बाल झड़ने की परशानी हो सकती है। इसके अलावा केमिकल प्रोडक्ट्स का अधिक इस्तेमाल करने से बालों के जड़े कमज़ोर हो जाती हैं, जिससे बाल झड़ते हैं। देखभाल की कमी से लेकर अनियमित जीवन शैली तक, कई कारणों से हेयर फॉल की समस्या हो सकती है। झड़ते बालों की देखभाल के लिए हम क्या कुछ नहीं करते। लेकिन अंत में हम उन मिथकों में फस कर रह जाते हैं जो बालों की समस्याओं को जड़ से खत्म करने का दावा करते हैं।

लेकिन ये सारे मिथ हमेशा कारगर साबित नहीं होते। त्वचा विशेषज्ञ डॉ आंचल पंथ ने हाल ही में इन मिथकों को गलत बताया है, जिन पर हम विश्वास करके बाल झड़ने की समस्याओं को ठीक करने के लिए इस्तेमाल करते हैं।

नीचे कुछ ऐसे ही मिथ है, जिसका पर्दाफाश डॉक्टर आंचल ने किया है।

मिथ- बालों को हमेशा SLS फ्री शैंपू से ही धोएं
वास्तव में- डॉ आंचल समझाते हुए बताती हैं कि एसएलएस से झाग अधिक होता है। अगर आपका स्कैल्प (खोपड़ी) ऑयली है तो आपको एसएलएस शैंपू की आवश्यकता होगी। लेकिन आपका स्कैल्प सूखा और सेंसेटिव है तो ऐसे में आप एसएलएस फ्री शैंपू का इस्तेमाल करें।

मिथ- अरंडी का तेल बालों को घना बनाता है।
वास्तव में- अरंडी का तेल बालों पर एक लेप बनाता है जो देखने में घना लगता है। ये तेल किसी तरह से बालों को घना नहीं बनाता।

मिथ- 100 बार बाल में कंघी करने से बालों में सुधार आता है।
वास्तव में- बालों को बहुत ज्यादा कंघी करने से स्कैल्प की त्वचा की बाहरी परत को नुकसान पहुंचता है। इससे बाल और भी अधिक फ्रिजी होते हैं।

मिथ- तेल की मालिश जोर-जोर से करने से बालों का झड़ना कम होता है।
वास्तव में- डॉक्टर सलाह देती हैं कि मालिश हमेशा आराम से और कोमल तरीके से करनी चाहिए। इससे मन शांत और सुखदायक होता है। तेल की मालिश से बालों के झड़ने पर कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन यह तनाव को कम करने में मदद जरूर करता है।

मिथ- मेथी को लगाने से बालों का झड़ना कम होता है।
वास्तव में- मेथी एक ऐसी चीज है जिसे सालों से बालों की देख भाल के लिए इस्तेमाल में लाया जाता है। मेथी के पेस्ट को बालों में लगाने से बालों में चमक और कोमलपन जरूर आती है। लेकिन इससे बालों का झड़ना नहीं रुकता।