डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो परिवार में किसी एक को भी हो जाए तो पूरी फैमिली उस शख्स के खान-पान और लाइफस्टाइल को लेकर चिंतित रहती है। परिवार के ज्यादातर सदस्य डायबिटिक पर्सन के खान-पान और लाइफस्टाइल में सुधार करने के लिए नए-नए नुस्खे तलाशते रहते हैं। कुछ डायबिटीज के मरीज खान-पान से परहेज नहीं करते जिसकी वजह से उनके ब्लड में शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव रहता है। ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ने को हाइपरग्लाइसेमिया कहते हैं और कम होने को हाइपोग्लाइसीमिया कहा जाता है।

हेल्थलाइन की खबर के मुताबिक ब्लड में शुगर का बढ़ना और घटना दोनों सेहत के लिए नुकसानदायक है। कुछ लोगों का ब्लड शुगर तेजी से घटता है और तेजी से बढ़ता भी है जिसके लिए लाइफस्टाइल और खान-पान से जुड़े 7 कारण जिम्मेदार हैं। अगर इन कारणों का पता लगा लिया जाए तो आसानी से ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। आइए जानते हैं अचानक से ब्लड शुगर हाई और लो होने के कारण कौन-कौन से हैं। अगर आप इन कारणों को समझ जाएं तो आप असानी से परिस्थितियों को कंट्रोल कर सकते हैं और अपनी हेल्थ को भी दुरुस्त रख सकते हैं।

डिहाइड्रेशन की वजह से ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव आता है:

बॉडी में पानी की कमी होने से ब्लड में शुगर का स्तर घटता और बढ़ता है। गर्मी में ये परेशानी ज्यादा होती है। अपर्याप्त तरल पदार्थों का सेवन बॉडी में ब्लड शुगर के स्तर को खतरनाक स्तर तक पहुंचा सकता है। ब्लड शुगर को नॉर्मल रखना है तो पर्याप्त पानी का सेवन करें।

तनाव बढ़ाता है ब्लड शुगर:

तनाव और भावनात्मक कारकों की वजह से भी तेजी से बढ़ता है ब्लड शुगर का स्तर। बॉडी में स्ट्रेस हॉर्मोन के रिलीज होने से भावनात्मक तनाव और मनोवैज्ञानिक कारक रक्त शर्करा के स्तर को प्रभावित कर सकते हैं। तनाव से बचने के लिए योग और ध्यान का सहारा लें ब्लड शुगर नॉर्मल रहेगा।

आर्टिफिशियल स्वीटनर्स से भी बढ़ता है शुगर:

आर्टिफिशियल स्वीटनर्स से भरे हुए कोल्ड ड्रिंक्स और जूस का सेवन ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ाता है। ये कृत्रिम मिठास ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करती हैं और दिल के रोग या स्ट्रोक का खतरा बढ़ा सकती हैं।

हॉर्मोन में बदलाव का असर पड़ता है ब्लड शुगर पर:

हॉर्मोन में होने वाला बदलाव भी ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करता है। पीरियड के दौरान,मेनोपॉज या प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले हार्मोनल परिवर्तन ब्लड शुगर को घटा और बढ़ा सकते हैं। एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन इंसुलिन संवेदनशीलता को प्रभावित कर सकते हैं। हॉर्मोन में बदलाव से ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव हो सकता है।

कई बीमारियों और संक्रमण की वजह से बढ़ता है शुगर:

विभिन्न बीमारियां, संक्रमण, या कई चिकित्सा स्थितियां ब्लड में शुगर के स्तर को प्रभावित कर सकती हैं। संक्रमण तनाव प्रतिक्रियाओं का कारण बन सकता है और ब्लड शुगर के स्तर को बढ़ाने वाले हार्मोन रिलीज़ कर सकता है। दूसरी ओर कुछ बीमारियों के कारण खाना कम खाया जाता है या दवा के अवशोषण में बदलाव हो सकता है, जिससे रक्त शर्करा का स्तर कम हो सकता है।

स्मोकिंग भी है बढ़ी वजह:

डायबिटीज के मरीज अगर स्मोकिंग करते हैं तो तेजी से उनके शुगर के स्तर में उतार-चढ़ाव आता है। अगर आप ब्लड शुगर को कंट्रोल करना चाहते हैं तो स्मोकिंग की आदत को छोड़ दें।

बॉडी का एक्टिव नहीं रहना शुगर का कारण है:

बॉडी एक्टिविटी कम होने की वजह से भी ब्लड में शुगर का स्तर प्रभावित होता है। कुछ लोग ना वॉक करते ना ही किसी तरह की एक्सरसाइज करते और लम्बे समय तक बैठे रहते हैं जिसकी वजह से बॉडी एक्टिव नहीं रहती और ब्लड शुगर तेजी से बढ़ने लगता है।