डायबिटीज एक आम समस्या बनती जा रही है। तकरीबन हर उम्र के लोग इस बीमारी के चपेट में हैं। डॉक्टरों के मुताबिक अगर समय रहते डायबिटीज या मधुमेह को कंट्रोल नहीं किया गया तो यह दूसरी जानलेवा बीमारियों की वजह भी बन सकता है। जिनमें से एक है स्ट्रोक।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक अगर लगातार ब्लड शुगर बढ़ा रहे तो डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीजों को स्ट्रोक होने की संभावना अधिक रहती है। आइए जानते हैं कि डायबिटीज की वजह से स्ट्रोक (Diabetes and Stroke) का खतरा कैसे अधिक होता है।
डायबिटीज की वजह से स्ट्रोक का खतरा क्यों?
डायबिटीज के मरीजों में ब्लड शुगर बढ़ने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है। विशेषज्ञों के मुताबिक स्ट्रोक तब होता है जब ब्लड वेसल्स डैमेज्ड या ब्लॉक हो जाती हैं, जिससे ब्लड, ब्रेन टिश्यू तक नहीं पहुंच पाता है। ऐसे में स्ट्रोक की संभावना बढ़ जाती है, जो मस्तिष्क के ऊतकों को नुकसान पहुंचा सकता है। स्ट्रोक होने मरीज में विकलांगता या जान जाने का खतरा बना रहता है।
स्ट्रोक से बचाव के लिए डायबिटीज के मरीजों को ब्लड ग्लूकोज, ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और वजन को कंट्रोल रखना चाहिए। जिन लोगों का ब्लड शुगर हाई रहता है ऐसे लोगों को शुगर की वजह से होने वाले स्ट्रोक के लक्षणों के बारे में पता होना चाहिए ताकि आप तुरंत चिकित्सा सहायता प्राप्त कर सकें।
शुगर की वजह से होने वाले स्ट्रोक के लक्षण:
- जिन लोगों का शुगर हाई रहता है और उन्हें स्ट्रोक आता है तो उनके चेहरे, बाजू और टांग में अचानक कमजोरी आने लगती है। एक हिस्सा सुन्न होने लगता है।
- बोलने या कुछ भी समझने में दिक्कत होती है।
- एक या दोनों आंखों से देखने में समस्या होने लगती है। मरीज को धुंधला दिखाई देता है।
- कुछ भी निगलने में समस्या होती है।
- चक्कर आना, बैलेंस न बनना जैसे परेशानी होती है
- एक हिस्से में लकवा आ सकता है।
- अचानक, अस्पष्ट, और तेज सिरदर्द होता है।