आईपीएल मेगा ऑक्शन में सुरेश रैना को किसी टीम ने नहीं खरीदा। रैना (Suresh Raina) के लिए दूसरे राउंड में भी किसी भी टीम ने इंट्रेस्ट नहीं दिखाया था। इसके साथ ही उनका आईपीएल का सफर खत्म हो गया। आपको बता दें कि धाकड़ बल्लेबाज सुरेश रैना को अपने करियर के शुरुआती सालों में काफी संघर्ष करना पड़ा था। द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में रैना बताते हैं कि शुरुआती दिनों में उनके पास स्पोर्ट्स हॉस्टल में रहने के लिए पैसे तक नहीं थे।

सुरेश रैना अपने अतीत का जिक्र करते हुए कहते हैं कि मेरे पिता की उन दिनों आय 10 हजार रुपये थी, और मेरी अकादमी इतनी सस्ती नहीं थी। लेकिन हम सभी को एडजस्ट करना सीखना पड़ा। इसी घटना से मुझे मानसिक रूप से मजबूत किया। उन्होंने इससे पहले एक इंटरव्यू में कहा था कि घर पर कॉल करने के लिए एक कॉल के चार रुपए लगते थे, ऐसे में वो दो मिनट से ज्यादा बात नहीं करते थे।

पहला वेतन: सुरेश रैना बताते हैं कि मुझे याद है जब मुझे अपने तनख्वाह का पहला चेक मिला था। चूंकि मेरा परिवार बहुत बड़ा है, इसलिए मुझे मेरे भाइयों और बहनों के लिए भी घर मिले। मेरी शादी के बाद पत्नी और बच्चे के कारण मैंने चीजों को बेहतर ढंग से समझना शुरू कर दिया। मेरे पिता मेरे सारे इनवेस्टमेंट को 2015 तक संभालते थे। हम एक साधारण माध्यम वर्गीय परिवार से आते हैं।

बहन के लिए खरीदा था पर्स: बहुत पहले भारत के लिए मैच खेलने के लिए 50,000 रुपये मिलते थे। जो खिलाड़ी नियमित रूप से पैसा कमाते थे। यदि आप राष्ट्रीय टीम के लिए नहीं खेलते, तो आप ज्यादा पैसा नहीं कमा पाते थे। यही मेरी स्थिति थी, ऐसे में मुझे एयर इंडिया के लिए खेलते हुए 10,000 रुपये की छात्रवृत्ति मिलती थी और इसलिए यहां से मिले वेतन का चेक मेरे लिए बहुत ही कीमती था, क्योंकि यह पैसा मैं घर भेज सकता था। रैना ने वर्ष 2022 में एक ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा था, ‘पहला वेतन जो मुझे एयर इंडिया से मिला, उससे मैंने अपनी बहन के लिए एक हैंडबैग खरीदा था।’

अपने स्वास्थ्य के बारे में जिक्र करते हुए रैना कहते हैं कि मुझे दो बड़ी चोटें आई थी। पहले चोट के दौरान मेरे पास ज्यादा पैसे नहीं थे, इसलिए अच्छी देखरख नहीं हो पाई। जबकि दूसरे चोट के दौरान मेरे पास पैसे थे, इसलिए मैं एक बेहतर डॉक्टर को दिखा सका और डायटीशियन से सलाह ले पाया।

इन्होंने की थी मदद: अपने चोट के इलाज की बात करते हुए रैना ने बताया कि जब मेरा दूसरा ऑपरेशन हुआ तो आशीष नेहरा ने वास्तव में मेरी मदद की थी; उन्होंने मुझे लंदन में एक डॉक्टर का नंबर दिया था। फिर आकाश चोपड़ा ने मेरे पहले ऑपरेशन के दौरान मुझे दिल्ली के एक डॉक्टर के पास भेजा था। लेकिन जब आपके पास पैसा हो, तो आप एक फ्लाइट किराए पर ले सकते हैं और अपने सेलेब्रिटी स्टेटस का इस्तेमाल करके बेहतरीन डॉक्टर्स प्राप्त कर सकते हैं। लेकिन जब मेरे पास पैसे नहीं होते थे तो वे उसी के मुताबिक मुझसे बात करते थे।

बता दें कि सुरेश रैना ने भारतीय टीम के लिए अबतक 226 वनडे मैच खेले हैं, जिसमे उन्होंने 35।31 की औसत से 5615 रन बनाये हुए हैं। उनका टेस्ट करियर इतना खास नहीं रहा हैं। उन्होंने भारत के लिए 18 टेस्ट में 26।48 की औसत से 768 रन बनाये हुए हैं।

सुरेश रैना का टी-20 क्रिकेट का रिकॉर्ड बहुत शानदार है। अपने टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में उन्होंने 78 मैच खेले हैं, जिसमे उन्होंने 29।16 की औसत से 1604 रन बनाये हुए हैं। इस शानदार रिकॉर्ड के बावजूद इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी का आईपीएल टीम से बाहर चलना काफी निराशाजनक है।