Side Effects of Ash Gourd: डॉक्टरों के अनुसार लौकी सेवन के कई फायदे और नुकसान भी हैं। कई बीमारियों में इसका सेवन सेहत को नुकसान पहुंचाता है। आइए एक्टपर्ट से जानते हैं कि किन- किन बीमारियों में इसका सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।

इंडियन एक्सप्रेस में छपी खबर के अनुसार लौकी में विभिन्न पोषक तत्वों पाए जाते हैं, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है। इंस्टाग्राम पर न्यूट्रीनिस्ट अंशु दुआ ने लिखा कि लौकी में विटामिन सी और बी कॉम्प्लेक्स पाए जाते हैं। यह आयरन, पोटेशियम, जिंक, कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे खनिजों का भी एक अच्छा स्रोत है और अच्छी मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और आहार फाइबर प्रदान करता है। साथ ही इसमें औषधीय गुण होते हैं। वहीं कई बीमारियों में इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

इन बीमारियों में नहीं करना चाहिए लौकी का सेवन (Side Effects of Ash Gourd)

अंशु ने बताया कि जो लोग सर्दी, अस्थमा और साइनसाइटिस जैसी समस्याओं के लिए अतिसंवेदनशील होते हैं। उन्हें थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि लौकी प्रकृति में ठंड होती है। अंशु ने कहा कि ऐसे लोगों को हमेशा इसे शहद या काली मिर्च के साथ मिलाकर पीना चाहिए ताकि ठंडक का प्रभाव कुछ हद तक बेअसर हो जाए। वहीं न्यूट्रीनिस्ट स्वाति बथवाल ने सहमति जताते हुए कहा कि जिन लोगों को ब्रोंकाइटिस या अस्थमा है। उन्हें भी इस सब्जी को खाने से बचना चाहिए खासकर जूस के रूप में।

इन रोगों के लिए फायदेमंद है लौकी

न्यूट्रीनिस्ट अंशु दुआ के अनुसार लौकी सेवन के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, जो शरीर से वसा और पित्त के उत्सर्जन में मदद करते हैं, जिससे लिवर संबंधी बीमारियों के इलाज में मदद मिलती है। आइए जानते हैं कि इसका सेवन किन बीमारियों के लिए फायदेमंद है।

-यह उन लोगों के लिए फायदेमंद है, जिनके शरीर में अधिक गर्मी होती है, जिससे फोड़े-फुंसी, बवासीर और कब्ज की समस्या बनी रहती है।
-इसमें फाइबर पाए जाते हैं, जो कब्ज, सूजन और पेट में ऐंठन को रोकने में फायदेमंद है।
-यह एक एंटासिड के रूप में कार्य करता है और अम्लता को कम करने में मदद करता है।
-यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में भी बहुत ही लाभदायक है।

वहीं दीक्षा अरोड़ा, न्यूट्रीनिस्ट, अपोलो स्पेक्ट्रा करोल बाग ने भी सहमति जताते हुए कहा कि लौकी को रक्त शर्करा, ट्राइग्लिसराइड और इंसुलिन के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है। इसके अलावा, इसमें कार्बोहाइड्रेट और चीनी की मात्रा कम होती है और यह मधुमेह मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।