ग्लिसरीन, एक ह्यूमेक्टेंट है, जो लंबे समय तक स्किन को नमीयुक्त बनाए रखती है। यही वजह है कि खासकर ड्राई स्किन वाले लोग चेहरे पर ग्लिसरीन लगाना पसंद करते हैं। वहीं, अधिकतर लोगों का मानना होता है कि रातभर चेहरे पर ग्लिसरीन लगाकर सोना आपके स्किन कांप्लेक्शन को इंप्रूव करने में भी मददगार हो सकता है, साथ ही ये स्किन को अधिक सॉफ्ट भी बनाती है लेकिन क्या वाकई ऐसा है? या क्या ग्लिसरीन का इस्तेमाल सभी लोगों के लिए पूरी तरह सुरक्षित है? आइए जानते हैं एक्सपर्ट से-
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
मामले को लेकर इंडियन एक्सप्रेस संग हुई एक खास बातचीत के दौरान द एस्थेटिक क्लीनिक की सलाहकार त्वचा विशेषज्ञ, कॉस्मेटिक त्वचा विशेषज्ञ और त्वचा-सर्जन, डॉ रिंकी कपूर बताती हैं, ‘ग्लिसरीन का स्किन पर इस्तेमाल आज के समय में बेहद आम हो गया है। स्किन के लिए ये फायदेमंद भी है, हालांकि कुछ मामलों में इसे लेकर सावधानी बरतने की भी जरूरत हो सकती है।’
हाइड्रेशन रहता है बरकरार
डॉ कपूर के मुताबिक, ‘शुष्क और डिहाइड्रेटेड स्किन वाले लोगों के लिए ग्लिसरीन नमी को बनाए रखने में मदद करती है। साथ ही ये ऑयली और एक्ने प्रोन स्किन वाले लोगों के लिए भी फायदेमंद है। इससे अलग रात के समय स्किन अपनी नमी खोने लगती है, ऐसे में सोने से पहले ग्लिसरीन का इस्तेमाल स्किन पर जलयोजन बरकरार रखता है, जिससे त्वचा अधिक सॉफ्ट और लोचदार बनती है।’
महीन रेखाओं और झुर्रियों पर करती है असर
डॉ कपूर बताती हैं कि पर्याप्त जलयोजन यानी हाइड्रेशन त्वचा को कोमल बनाता है, जिससे शुष्कता के कारण चेहरे पर होने वाली महीन रेखाएं और झुर्रियां भी खुदबखुद कम होने लगती हैं। ऐसे में भी रातभर के लिए ग्लिसरीन का इस्तेमाल फायदेमंद हो सकता है।
इन बातों का रखें ध्यान
इस्तेमाल से पहले कर लें टेस्ट
फायदों से अलग ग्लिसरीन के संभावित नुकसान को लेकर बात करते हुए त्वचा विशेषज्ञ बताती हैं, ‘ग्लिसरीन कभी-कभी जलन भी पैदा कर सकती है, खासकर संवेदनशील त्वचा वाले व्यक्तियों में इसका इस्तेमाल स्किन बर्न या खुजली का कारण बन सकता है। ऐसे में पूरे चेहरे पर ग्लिसरीन लगाने से पहले इसे स्किन पर थोड़े हिस्से पर लगाकर टेस्ट करें और फिर पूरी तरह सुरक्षित महसूस होने के बाद ही इसका इस्तेमाल करें।
ज्यादा मॉइस्चर भी कर सकता है नुकसान
ग्लिसरीन का उपयोग अत्यधिक नमी को आकर्षित कर सकता है, जिससे त्वचा पर चिपचिपा एहसास आपको परेशान कर सकता है। खासकर ह्यूमिड क्लाइमेट में रातभर स्किन पर ग्लिसरीन लगाकर सोना त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। ऐसे में मौसम को ध्यान में रखना भी जरूरी है।
एलर्जी का बन सकती है कारण
डॉ कपूर एलर्जी प्रतिक्रियाओं या एक्जिमा जैसी त्वचा की समस्याओं के इतिहास वाले लोगों को व्यापक रूप से ग्लिसरीन का इस्तेमाल करने से पहले स्किन एक्सपर्ट्स से सलाह लेना जरूरी बताती हैं। कुछ मामलों में ग्लिसरीन इस तरह की परेशानी को और अधिक बढ़ा सकती है।
यानी ग्लिसरीन को रातभर स्किन पर लगा रहने देने का निर्णय लेते समय अपनी त्वचा के प्रकार, संवेदनशीलता स्तर और मौसम पर ध्यान देना बेहद जरूरी है। अधिक ह्यूमिड क्लाइमेट में ग्लिसरीन का इस्तेमाल न करें। इससे अलग अगर आप पहली बार ग्लिसरीन लगा रहे हैं, तो इसे सीधे स्किन पर लगाने से पहले मॉइस्चराइजर के साथ कम मात्रा में मिलाकर शुरुआत कर सकते हैं। ऐसा करने पर भी अगर आपको हल्की जलन महसूस हो या खुजली जैसा एहसास हो तो उपयोग बंद कर दें।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।