Shehla Rashid: JNU की पूर्व छात्र नेता व जम्मू कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC) की नेता शेहला रशीद का विवादों से पुराना नाता रहा है। इन दिनों भी वो खूब चर्चा में हैं क्योंकि हाल में ही उनके पिता अब्दुल रशीद शोरा ने उनपर देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि, शेहला ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उनके पिता झूठे हैं जो उनकी मां यानी अपनी पत्नी तो मारते-पीटते हैं। बता दें कि शेहला रशीद जेएनयू की रिसर्च स्कॉलर हैं। विश्वविद्यालय में साल 2015-16 सत्र के छात्र संघ की उपाध्यक्ष भी रह चुकी हैं। आइए जानते हैं उनसे जुड़ी खास बातें –
हासिल की है इंजीनियरिंग की डिग्री: जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर से ताल्लुक रखने वाली शेहला ने नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलोजी से कम्प्यूटर इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की है। खबरों के मुताबिक उन्होंने बतौर इंजीनियर कुछ समय के लिए नौकरी भी की है। हालांकि, बाद में समाजिक आंदोलनों में दिलचस्पी के कारण वो इनसे जुड़ गईं।
JNU से की है समाजशास्त्र की पढ़ाई: बताया जाता है कि नौकरी छोड़ने के बाद शेहला ने कश्मीर में ही बाल अधिकारों और महिला सशक्तीकरण से जुड़े कार्यों को करना शुरू किया था। इसी दौरान दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से उन्होंने समाजशास्त्र विषय से मास्टर्स किया है। उसके बाद वहीं से लॉ एंड मैनेजमेंट में एमफिल. की पढ़ाई की है।
कई विवादों से जुड़ चुका है नाम: 2016 में देश विरोधी नारे लगाने के आरोप में जब JNU के छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अन्य छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया था, उस वक्त बुलंद आवाज में शेहला ने अपने साथियों को सपोर्ट किया था। कई मीडिया चैनल्स में उन्होंने अपने साथियों का पक्ष रखा और कई विरोध आंदोलन का हिस्सा भी बनीं।
फेक न्यूज शेयर कर बढ़ गई थी मुश्किलें: अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद शेहला रशीद ने जम्मू कश्मीर के हालातों को लेकर लगातार कई ट्वीट्स किये थे। इनमें उन्होंने दावा किया था कि घाटी में भारतीय सेना लोगों पर अत्याचार कर रही है। हालांकि, सेना ने शेहला के सभी आरोपों को बेबुनियाद हुए फेक न्यूज करार दिया था। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने शेहला के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया था। इसके अलावा, अपने वामपंथी विचारों को कई बार सोशल मीडिया पर शेयर कर शेहला चर्चा में आ चुकी हैं।