शारीरिक संबंध बनाना एक सामान्य प्रक्रिया है जिससे शारीरिक और मानसिक संतुष्टि हासिल होती है। हाई सेक्शुअल ड्राइव कोई असामान्य बात नहीं है। इसके पीछे के विज्ञान को समझेंगे तो आपको सुकून ही महसूस होगा। आप जानते हैं कि शारीरिक संबंध बनाने की इच्छा का अधिक होना भी आपकी उम्र में इज़ाफा कर सकता है। एक नई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि हाई सेक्स ड्राइव वाले पुरुष लम्बी उम्र तक जीते हैं। रिसर्च के मुताबिक ऐसे पुरुषों में जल्दी मरने का जोखिम 69% तक कम होता है। ये बात जापान में सात सालों तक की गई रिसर्च में सामने आई है।
शोधकर्ताओं ने रिसर्च में 21,000 लोगों के डेटा को देखा, जिसमें 8,500 पुरुष शामिल थे। जिन पुरुषों ने अध्ययन के शुरुआत में शारीरिक संबंध बनाने में रुचि ज़ाहिर की,उनमें रिसर्च के अंत तक किसी भी कारण से जल्दी मरने का जोखिम 69% कम पाया गया। अक्सर ऐसा माना जाता है कि कामेच्छा में कमी होना खराब स्वास्थ्य का संकेत हो सकता है, जिसमें मोटापा और क्रॉनिक बीमारियां शामिल हैं।
यामागाटा विश्वविद्यालय के डॉ काओरी सकुराडा ने अध्ययन का नेतृत्व किया और कहा कि पुरुषों की कामेच्छा में रुचि की कमी अनहेल्दी लाइफस्टाइल से संबंधित हो सकती है। रिसर्च के मुताबिक जिन पुरुषों नें यौन रुचि की कमी होने की इच्छा जाहिर की उनमें से अधिकतर पुरुष धूम्रपान करने वाले और टाइप-2 डायबिटीज के शिकार थे।
कामेच्छा में कमी कैसे बॉडी को प्रभावित करती है?
एक्सपर्ट के मुताबिक यौन इच्छाओं में कम रूची इंफ्लामेशन,न्यूरोएंडोक्राइन और इम्युनिटी को प्रभावित कर सकती है। एक्सपर्ट के मुताबिक कपल्स का सप्ताह में एक से दो बार शारीरिक संबंध बनाना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए बेहतर है।
रिसर्च के मुताबिक शारीरिक संबंध बनाने से बॉडी को होते हैं ये फायदे:
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि कपल्स सप्ताह में एक या दो बार शारीरिक संबंध बनाएं सेहत के लिए फायदेमंद है। शारीरिक संबंध बनाने के फायदो की बात करें तो हफ्ते में एक से दो बार शारीरिक संबंध बनाने से मूड बेहतर रहता है,तनाव कम होता है और इंफ्लामेशन में भी सुधार होता है।
रिसर्च के मुताबिक हाई सेक्स ड्राइव कैसे मौत का जोखिम कम करता है:
शोधकर्ताओं ने रिसर्च में शामिल प्रतिभागियों से सवाल पूछा क्या आपको विपरीत लिंग के लोगों में कोई दिलचस्पी है? लगभग 82 फीसदी पुरुष प्रतिभागियों ने हां में जवाब दिया। जिन पुरुषों ने विपरीत लिंग के लोगों में रूचि नहीं दिखाई वो कम खुश रहते थे, उन्हें डायबिटीज होने की संभावना अधिक थी और वो वृद्ध थे। शोधकर्ताओं ने रिसर्च में पाया कि ज्यादा कामेच्छा रखने वाले पुरुषों में मरने का जोखिम काफी कम था। यह पैटर्न महिलाओं के बीच दोहराया नहीं गया।
कामेच्छा में कमी होने के लिए हार्मोन का बदलना है जिम्मेदार:
उम्र के मुताबिक हमारी बॉडी में हार्मोन का स्तर भी बदलता रहता है। हमारे शरीर में सेक्स हार्मोन यानी एस्ट्रोजन, टेस्टोस्टेरोन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन अलग-अलग उम्र में अलग-अलग होते हैं। बॉडी में हॉर्मोन का स्तर अप-डाउन होता रहता है। महिलाओं में ओव्यूलेशन के दौरान एस्ट्रोजन के लेवल में उतार-चढ़ाव होता है जिससे बहुत अधिक सेक्स ड्राइव होता है। पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का लेवल हाई होना अधिक कामेच्छा का होना है।