रतन टाटा भारत के सबसे बड़े बिजनेसमैन में से एक हैं। वे श्री जमशेदजी टाटा के बेटे हैं, टाटा इनका सर नेम है। बता दें कि वह बहुत ही शांत और शर्मीले किस्म के इंसान हैं। उनकी खास बात यह है की ये दुनिया के झूठी चमक-दमक में भरोसा नहीं करते। एनडीटीवी के आर्टिकल के मुताबिक, रतन टाटा जब 10 साल के थे तो उनके माता-पिता का तलाक हो गया था। आज तक उन्होंने शादी नहीं की है। उन्‍होनें साल 1962 में टाटा ग्रुप से अपने करियर की शुरूआत की थी, जिसके बाद वह देश के एक ईमानदार बिजनेसमैन में गिने जाते हैं। आइए रतन टाटा के लाइफ से जुड़ी बातों के बारे में जानें और इस बारे में भी जाने की आखिर उन्होंने शादी क्यों नहीं की-

जन्म कब हुआ: रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 में हुआ। उनकी शिक्षा मुंबई में हुई। उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर बीएस और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम किया। उन्‍होनें 1962 में अपने बिजनेस करियर की शुरूआत की थी तथा 1991 में जेआरडी टाटा के बाद रतन टाटा इस ग्रूप के पांचवें अध्यक्ष बने।

क्यों नहीं की शादी: एनडीटीवी के मुताबिक, रतन टाटा माता-पिता के तलाक के बाद अपनी दादी के साथ रहने लगे थे। पढ़ाई खत्म करने के बाद रतन टाटा लॉस एंजेलिस में नौकरी करने लगे थे, जहां उन्हें एक लड़की से प्यार हो गया था। वह उसे भारत लाने वाले थे और परिवार के लोगों से मिलवाने वाले भी थे। वह उनसे शादी भी करने वाले थे, लेकिन दादी की तबियत खराब होने के कारण उन्हें भारत लौटकर आना पड़ा। माता-पिता उस लड़की के भारत आने के पक्ष में नहीं थे और इस वजह से उनका रिश्ता टूट गया।

बनना चाहते थे आर्किटेक्ट: एक इंटरव्यू के दौरान रतन टाटा ने बताया कि वह आर्किटेक्ट बनना चाहते थे, लेकिन उनके पिता उन्‍हें इंजीनियर बनाना चाहते थे। हालांकि, पिता के खिलाफ जाकर रतन टाटा पढ़ने के लिए अमेरिका की कॉर्नेल यूनिवर्सिटी गए और इसका पूरा श्रेय उनकी दादी को जाता है। इतना ही नहीं रतन टाटा ने बताया कि वह वॉयलन सीखना चाहते थे, लेकिन उनके पिता पियानो सीखने के लिए कहते थे।