उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा चुनाव को देखते हुए प्रचार की कमान संभाल ली है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया था। इस दौरान सीएम योगी भी मौजूद थे। इसके अलावा, योगी ने उनकी सरकार पर लग रहे सभी आरोपों का खुलकर जवाब भी दिया। ‘आजतक’ के एक कार्यक्रम में उनसे पूछा गया था, ‘हाल ही में हुई ब्राह्मण महासभा में विकास दुबे का मुद्दा जोरों से उठाया गया था और आपकी सरकार को घेरा भी गया था।’

योगी आदित्यनाथ ने इसका जवाब दिया था, ‘अगर विकास दुबे का मुद्दा उठाया गया था तो डिप्टी एसपी मिश्रा का भी उठना चाहिए, जिसकी दो नाबालिग बालिकाएं अनाथ हुई हैं। एक डिप्टी एसपी मारा जाए वो सही है, लेकिन हम आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करते हैं तो गलत हो जाते हैं।’ इस बीच वरिष्ठ पत्रकार रजत शर्मा के साथ योगी आदित्यनाथ का एक पुराना इंटरव्यू भी वायरल हो रहा है। इसमें योगी आदित्यनाथ से भगवा वस्त्र पहनकर यूपी की सत्ता में बैठने को लेकर सवाल किया गया था।

रजत शर्मा ने सवाल पूछा था, ‘दुनिया को लगता है कि ये एक ऐसा अजूबा, ये ऐसा नमूना है। ये भगवा वस्त्र पहना हुआ है, एक संन्यासी है, लेकिन राजसिंहासन पर बैठा हुआ है।’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘ये ठीक बात है, ये भारत की वास्तविक परंपरा रही है। जिन्होंने भारत को नहीं समझा है, वो ऐसा प्रश्न कर सकते हैं, लेकिन इस देश का योगी ही इस देश का राजयोगी बना है। भारत के उस दायित्व का निर्वहन दिल्ली में मोदी जी कर रहे हैं और उत्तर प्रदेश में मैं कर रहा हूं। आखिर इसमें समस्या कैसी है?’

नारे को लेकर पूछा गया था सवाल: एक अन्य कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ से सवाल किया गया था, ‘आपके समर्थक कहते हैं- अगर यूपी में रहना है तो योगी-योगी कहना है। इस नारे का क्या मतलब है? ये डराने वाला नहीं है?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘भगवान कृष्ण ने भी अर्जुन को कहा था कि योगी बनो। अगर प्रदेश का हर नागरिक योगी बन जाएगा तो प्रदेश का कायाकल्प हो जाएगा, विकास भी हो जाएगा और सुरक्षा भी हो जाएगी।’