उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए सभी राजनीतिक दलों ने तैयारी शुरू कर दी है। कांग्रेस की तरफ से प्रियंका गांधी प्रचार कर रही हैं। कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि वह इस चुनाव में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी। कांग्रेस इस चुनाव से अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की उम्मीद लगाकर बैठी है। यही वजह है कि 31 अक्टूबर को प्रियंका गांधी, सीएम योगी आदित्यनाथ के गढ़ गोरखपुर से हुंकार भरेंगी।
प्रियंका गोरखपुर से प्रतिज्ञा रैली करने जा रही हैं। आज भले ही प्रियंका राजनीति में सक्रिय हैं, लेकिन इससे पहले राजनीति से दूरी ही बनाकर रखती थीं। प्रियंका गांधी के वायरल हो रहे इंटरव्यू में उनसे इसको लेकर सवाल भी पूछा गया था। वरिष्ठ पत्रकार बरखा दत्त ने उनसे सवाल पूछा था, ‘आपको हमने ये तो कई बार कहते हुए सुना है कि आप राजनीति में नहीं आना चाहतीं, लेकिन ये नहीं बताया कि क्यों नहीं आना चाहतीं?’
वायरल हो रहे इस पुराने इंटरव्यू में प्रियंका गांधी मुस्कुराते हुए जवाब देती हैं, ‘मैंने अभी तक इसका हिसाब तो नहीं लगाया है कि मैं राजनीति में क्यों नहीं आना चाहती थी। मैं बिल्कुल साफ हूं कि मुझे राजनीति में नहीं आना और मैं बहुत खुश हूं। 16 साल की उम्र में मैं राजनीति करना चाहती थी, लेकिन बाद में ये फैसला बदल गया। मुझे ये 1999 में पता चल गया था कि मैं राजनीति के लिए नहीं बनी हूं। उस समय मेरे सामने ये सवाल था कि मुझे चुनाव लड़ना चाहिए या नहीं? कई वरिष्ठ नेता भी चाहते थे कि मैं चुनाव लड़ूं।’
इंदिरा गांधी का जिक्र: बरखा दत्त ने अगला सवाल किया था, ‘ऐसा क्या मौका था जब आपको ये एहसास हुआ?’ प्रियंका ने कहा था, ‘मैं विपश्यना पर गई थी। मैं 10 दिनों के लिए गायब हो गई थी। क्योंकि आपको इस समय अपनी आवाज सुनना बहुत जरूरी होती है। 1999 में लोग मेरी तुलना इंदिरा गांधी से कर रहे थे। मैंने अपनी दादी को घर पर देखा था और वो बहुत मजबूत महिला थीं। एक छोटी बच्ची होने के कारण उनका मेरे ऊपर बहुत प्रभाव था, लेकिन जब मुझे एहसास हो गया कि प्रियंका गांधी असल में ये है तो मैंने फैसला कर लिया कि मुझे राजनीति से दूर ही रहना चाहिए।’
एक अन्य इंटरव्यू में प्रियंका गांधी से पूछा गया था, ‘आप यूपी में कांग्रेस का मुख्यमंत्री का चेहरा हो सकती हैं?’ इसके जवाब में उन्होंने कहा था, ‘हमारी पार्टी में मुख्यमंत्री अन्य नेताओं से चर्चा करने के बाद ही तय होगा। अभी इस पर कुछ भी कहना थोड़ी जल्दबाजी हो सकता है। अगर पार्टी में ऐसा कोई फैसला होगा तो आप लोगों को सबसे पहले इसकी सूचना दी जाएगी।’