साल 2019 के लोकसभा चुनाव में ज्योतिरादित्य सिंधिया ने गुना सीट से चुनाव लड़ा था। हालांकि उन्हें इन चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी भी मैदान में उतरी थीं और अपने पति के लिए वोट मांगे थे। प्रियदर्शनी ने ज्योतिरादित्य के लिए प्रचार भी किया था। प्रियदर्शनी और ज्योतिरादित्य की पहली मुलाकात दिल्ली में एक कार्यक्रम में हुई थी।
ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शनी ने साल 1994 में शादी की थी। ‘सिर्फ सच’ के साथ बातचीत में ज्योतिरादित्य ने बताया था, ‘हम दोनों की पहली मुलाकात दिल्ली में हुई थी। मैं उन दिनों विदेश में पढ़ाई करता था और ये मुलाकात एक डिनर के दौरान हुई थी। मुझे उनसे मुलाकात में कुछ संकेत भी मिले थे। ये मेरे विचार में था कि हमारे परिवार में बहुत समन्वय भी है। हमारा एक प्राचीन इतिहास भी रहा है। वहीं, मैंने प्रियदर्शनी में भी पाया। एक तरफ संस्कार और संस्कृति के साथ आधुनिकता की सोच भी थी।’
8 महीने बताया था परिवार को: ज्योतिरादित्य आगे बताते हैं, ‘जब कोई इतना बड़ा फैसला लेता है तो इसके लिए सबसे ज्यादा जरूरी है कि समझदारी होनी चाहिए। एक केमिस्ट्री होती है और दोनों तरफ से अनुभव था। डिनर करने के बाद मैंने फैसला कर लिया था कि प्रियदर्शनी से शादी करूंगा। हालांकि मैंने अपने पिता और मां के साथ कुछ साझा नहीं किया था। हम दोनों ने परिवार को सूचना देने के 8 महीने पहले ही तय कर लिया था कि हम शादी करेंगे। फिर बाद में परिवार को इस बारे में बताया गया और हमारी शादी की गई।’
बता दें, गुजरात के बडौदा, गायकवाड़ मराठा राजघराने की राजकुमारी प्रियदर्शिनी सिंधिया के पिता बड़ौदा के आखिरी राजा प्रताप सिंह के पुत्र थे। उनके पिता कुंवर संग्राम सिंह, राजा प्रताप सिंह के तीसरे बेटे थे। प्रियदर्शनी की मां नेपाल राजघराने की राजकुमारी हैं। इसके अलावा राजकुमारी प्रियदर्शनी ने फेमिना की भारत की 50 सबसे खूबसूरत महिलाओं की लिस्ट में भी जगह बनाई थी। प्रियदर्शनी आमतौर पर मीडिया और लाइमलाइट से दूर ही रहना पसंद करती हैं, लेकिन 2019 में उन्होंने ज्योतिरादित्य पर खुलकर बात की थी और उनकी बतौर पति और पिता काफी तारीफ भी की थी।