कभी राहुल गांधी के सबसे करीबी लोगों में शामिल रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के खिलाफ आवाज़ उठाते हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने 2019 के लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद 2020 में बीजेपी का हाथ थाम लिया था। ज्योतिरादित्य ग्वालियर के राजघराने से आते हैं और इस पूरी इलाके में उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती थी, लेकिन 2019 के चुनाव में उन्हें बीजेपी उम्मीदवार ने शिकस्त दे दी थी। इन चुनावों में सिंधिया के प्रचार में उनकी पत्नी प्रियदर्शनी भी सामने आई थीं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियदर्शनी की शादी साल 1994 में हुई थी। दोनों की अरेंज मैरिज हुई थी, लेकिन सिंधिया उन्हें पहले ही अपना दिल दे बैठे थे। ‘फ्री प्रेस जर्नल’ में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रियदर्शनी की पहली मुलाकात साल 1991 में हुई थी। प्रियदर्शनी उन दिनों में मुंबई में रहा करती थीं और सिंधिया अमेरिका में थे। दोनों एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए दिल्ली आए थे, जहां ज्योतिरादित्य ने उन्हें पहली बार देखा था।
मुंबई से हुई है प्रियदर्शनी की स्कूली पढ़ाई: प्रियदर्शनी के बारे में बात करते हुए ज्योतिरादित्य ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘पहले दिन से मैं जानता था कि प्रियदर्शनी मेरे लिए बनी हैं। वही, एक हैं जिनसे मैं शादी करना चाहूंगा।’ बाद में परिवार की अनुमति से दोनों की शादी हुई। प्रियदर्शनी शुरू से ही मुंबई में रही हैं। प्रियदर्शनी राजे ने कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी स्कूल से पढ़ाई की है।
इसके बाद उन्होंने ग्रेजुएशन मुंबई के सोफिया कॉलेज फॉर वुमेन से की थी। प्रियदर्शिनी राजे के पिता कुमार संग्रामसिंह गायकवाड़ बरोड़ा के आखिरी शासक प्रताप सिंह गायकवाड़ के बेटे हैं। उनकी मां भी नेपाल के राजघराने से ताल्लुक रखती हैं। ऐसे में वह रोड़ा के गायकवाड़ परिवार की राजकुमारी है।
ज्योतिरादित्य और प्रियदर्शनी के दो बच्चे हैं और दोनों बिल्कुल आलीशान जीवन बिताते हैं। उनकी बेटी अनन्या को घुड़सवारी के बहुत शौंक हैं और उन्होंने सिर्फ 8 साल की उम्र में घुड़सवारी भी करती हैं। ज्योतिरादित्य के पिता माधव राव सिंधिया भी कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल थे। लेकिन साल 2001 में प्लेन क्रैश में उनका आकस्मिक निधन हो गया था, जिसके बाद ज्योतिरादित्य ने राजनीति में कदम रखा था।