ब्रेस्ट फीडिंग हर महिला के लिए काफी चैलेंजिंग होता है, खासतौर पर जो पहली बार मां बनीं हैं। लेकिन ब्रेस्ट मिल्क बच्चों के स्वास्थ्य के लिए काफी फायदेमंद होता है क्योंकि उसमें बहुत से जरूरी पोषण मौजूद होते हैं, जो बच्चों के मानसिक और शारीरिक विकास में मदद करता है। बता दें कि ब्रेस्ट मिल्क पचाने में आसान होता है, और उसमें मौजूद एंटीबॉडी बच्चे की इम्यून सिस्टम को बूस्ट भी करता है। शिशु के जन्म के बाद ब्रेस्ट फीडिंग कराने से आपको वजन कम करने में मदद मिल सकती है। आइए जानते हैं ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान कौन-कौन सी बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है, ताकि आपको किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो-

समय पर ब्रेस्ट फीड कराएं: बच्चे के रोने का इंतजार करने के बजाय आप उनको सही समय पर ब्रेस्ट फीडिंग करवाएं। अपने बच्चे की जरूरतों पर नजर रखें और समय-समय पर उन्हें ब्रेस्ट फीडिंग करवाएं। ऐसा करना उनके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद रहेगा और उनका विकास भी सही होगा।

ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान कम्फर्टेबले रहें: ब्रेस्ट फीडिंग के दौरान आपको लंबे समय तक अपने बच्चे को होल्ड कर के रखना पड़ता है। इसलिए अपनी सीटिंग पोजिशन का पूरा ध्यान रखें। यदि आप कोई भी लापरवाही करती हैं तो इससे आपको पीठ, कमर और गर्दन में दर्द की समस्या हो सकती है। इसके अलावा सही पोजिशन ना होने के कारण ब्रेस्ट मिल्क सही से बच्चे को नहीं मिल पाता है।

ब्रेस्ट मिल्क निकलना: ब्रेस्ट फीडिंग के पहले कुछ हफ्तों में, आपके स्तनों से दूध का रिसाव (लीक) होना आम है। घबराने वाली बात नहीं है, यह नेचुरल होता है। जब आप अपने बच्चे को लगातार ब्रेस्ट फीडिंग करवाने लगती हैं तो यह समस्या अपने आप धीरे-धीरे कम होने लगती है।

अपनी स्किन का ध्यान रखें: जब आप लगातार ब्रेस्ट फीडिंग करवाती हैं तो वहां की स्किन रूखी और बेजान हो जाती है। इसके कारण ब्रेस्ट पेन भी होने लगता है। ऐसे में आप स्किन को मॉइश्चराइज रखें और फीडिंग करवाने के बाद सूखे कपड़े से साफ कर लें।