आजकल बहुत से ऐसे कारण हैं जिसके चलते महिलाएं 30 साल की उम्र के बाद ही मां बनने का फैसला करती हैं। वित्तीय समस्या या फिर करियर बनाने में समय लगने के कारण या फिर हो सकता है कि सही जीवनसाथी की तलाश में समय लग गया हो जिसकी वजह से भी घर बसाने और मातृत्व की योजना बनाने में देरी हुई हो। यह आपके व्यक्तिगत निर्णय हो सकते हैं लेकिन स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से आपको कुछ बिंदुओं पर विचार करने की आवश्यकता है।

कोलकाता की नोवा आईवीएफ फर्टिलिटी सेंटर की कंसल्टेंट डॉ अनिंदिता सिंह का कहना है कि 35 वर्ष के बाद गर्भवती (Pregnancy) होने से प्रजनन दर को प्रभावित करने वाली कई समस्याएं हो सकती हैं। जैसे कि इस उम्र में आपके गर्भवती होने की संभावना थोड़ी कम होती है। इसके साथ ही प्रजनन दर में गिरावट के साथ गर्भपात की दर भी निरंतर बढ़ती जाती है। गर्भावस्था (Pregnancy) की कुछ जटिलताएं जैसे प्लेसेंटा प्रीविया, अस्थानिक गर्भावस्था (एक्टोपिक प्रेगनेंसी) और समय से पहले प्रसव, डाउंस सिंड्रोम आदि बढ़ सकती हैं।

डॉक्टर सिंह के मुताबिक 20 या 30 की उम्र के दौरान मां बनने में कोई परेशानी नहीं होती है। लेकिन यदि आप और आपके साथी 30 की उम्र के आस- पास बच्चे की योजना बना रहे हैं तो आपको अपने प्रजजन दर और शारीरिक स्वास्थ्य के बारे में भली- भांति जानकारी एकत्र करने की आवश्यकता है।

30 साल की उम्र के बाद गर्भधारण करते दौरान इन 4 बातों का ध्यान रखना है:

गर्भधारण करने की संभावना: गर्भधारण (Pregnancy) करने के लिए 37 वर्ष की आयु से पहले का समय सही माना जाता है। 35 साल की उम्र के बाद आपके डिंब की गुणवत्ता घटने लगती है। जिससे गर्भवती होने की संभावना थोड़ी काम हो जाती है, इसलिए बेहतर है कि शिशु के जन्म के लिए ज्यादा देर न करें, खासकर जब आप दो बच्चे चाहती हों।

पार्टनर की उम्र: इस प्रक्रिया के दौरान आपकी उम्र जितनी मायने रखती है उससे कहीं ज्यादा आपके साथी की उम्र का ध्यान रखना चाहिए। पुरुषों की प्रजनन क्षमता भी उम्र के साथ कम होती जाती है, लेकिन महिलाओं की तुलना में यह दर कम होती है। वहीं इस बात पर विश्वास न करें कि जब आप 35 वर्ष की हो गयी हैं तो मां नहीं बन सकती हैं या मां बनने की संभावना शून्य हो जाती है।

चिकित्सीय मदद लें: यह जरुरी नहीं है कि 35 वर्ष के बाद गर्भधारण (Pregnancy) में आ रही सभी परेशानियों को हल किया जा सकता है। अगर, आपको लगता है कि आपको गर्भाधान में मदद की जरुरत है, तो बेहतर है कि आप जल्द से जल्द उपचार शुरु करें। इंट्रायूटेरीन इन्सेमिनेशन (आईयूआई) और आईवीएफ जैसे उपचार 30 से 35 साल की उम्र की महिलाओं में ज्यादा सफल रहते हैं।

स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं: अपनी प्रजनन क्षमता को बढ़ाने के लिए खासकर जब आप 35 वर्ष की हों तब अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव कर सकती हैं। यदि आप धूम्रपान करती हैं तो बेहतर है कि इसे अब बंद कर दें। नियमित रूप से व्यायाम करें, पोषक आहार लें, सोने के तरीके बदलें और तनाव कम करें, चीनी और कैफीन से बचें, उचित वजन बनाए रखना और शराब का सेवन बंद करना आदि फायदेमंद रहता है।