Meditation during pregnancy: एक गर्भवती महिला को मानसिक और शारीरिक तनाव दोनों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इसका प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चे के स्वास्थ्य पर भी पड़ता है। इसलिए प्रेग्नेंसी के दौरान जितनी जरूरत शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर रखने की होती है, उतनी ही जरूरत मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी होती है। यही कारण है कि प्रेग्नेंसी के दौरान योगा के साथ-साथ मेडिटेशन करना भी जरूरी होता है। मेडिटेशन दिमाग को शांति प्रदान करता है। साथ ही कई स्वास्थ्य लाभ भी देता है। इसके अलावा मेडिटेशन करने से मानसिक तनाव भी कम होता है और एनर्जी भी प्रदान करता है। आइए जानते हैं प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए मेडिटेशन करना क्यों लाभकारी होता है।
प्रसव को आसान बनाता है:
मेडिटेशन प्रसव के दौरान होने वाले दर्द को कम करने में मदद करता है। साथ ही शरीर को उचित एनर्जी भी प्रदान करता है जिससे प्रसव के दौरान शरीर को राहत मिलती है।
तनाव कम करने में मदद करता है:
प्रेग्नेंसी के दौरान कई महिलाएं अधिक तनाव का सामना करती है। ऐसा उनके शरीर में होने वाले हॉर्मोनल बदलाव के कारण होता है। लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान तनाव घातक हो सकता है, इसलिए मेडिटेशन करना फायदेमंद होता है। यह तनाव, चिंता जैसी समस्या को कम करता है।
इम्यूनिटी बूस्ट करता है:
मेडिटेशन इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए बेहद फायदेमंद होता है। प्रेग्नेंसी के दौरान इम्यून सिस्टम का मजबूत होना बेहद जरूरी होता है। ऐसे में हर प्रेग्नेंट महिला को मेडिटेशन करना चाहिए। इम्यूनिटी बूस्ट करने में फायदेमंद होता है।
समय से पहले जन्म की संभावना कम होती है:
जो गर्भवती महिलाएं मेडिटेशन करती हैं, उनके बच्चे का जन्म समय से पहले होने की संभावना कम होती है। मेडिटेशन शरीर से तनाव को कम करने में मदद करता है और समय से पहले प्रसव या समय से पहले जन्म के जोखिम को भी कम करता है।
(और Lifestyle News पढ़ें)