शिशु को जन्म देने के बाद महिलाओं के शरीर में कई प्रकार के बदलाव आते हैं। शिशु को जन्म के बाद माता को शिशु को स्तनपान भी करवाना पड़ता है जिसके लिए उन्हें ब्रेस्टफीडिंग के लिए पर्याप्त मात्रा में ऊर्जा भी चाहिए होती है इसलिए वे डाइटिंग नहीं कर सकती हैं। इसलिए गर्भावस्था के बाद वजन कम करने के लिए या फिर शरीर में आए बदलाव के लिए मसाज एक बेहतर विकल्प होता है। मसाज शरीर के लिए लाभकारी भी होता है और इससे प्रेग्नेंसी के बाद महिलाओं को ऊर्जा भी मिलती है। डिलीवरी के बाद मसाज महिलाओं के लिए और भी कई तरह से लाभकारी होता है।
वजन कम होता है:
डिलीवरी के बाद मसाज करवाने से शरीर में मौजूद एक्सट्रा फैट बर्न होता है और फिगर भी मेंटेन रहता है। इसलिए डिलीवरी के बाद यदि आपका वजन भी बढ़ गया है तो मसाज आपके लिए एक बेहतर विकल्प होता है।
स्तनों में दूध का उत्पादन:
डिलीवरी के बाद यदि आप ब्रेस्ट की मसाज करते हैं तो इससे ब्रेस्ट की बंद नलिकाएं खुल जाती हैं जिससे आपके दूध का उत्पादन होता है। दूध का सही तरीके से उत्पादन बच्चे के विकास के लिए लाभकारी होता है।
स्ट्रेच मार्क्स कम होता है:
डिलीवरी के बाद कई महिलाओं को स्ट्रेच मार्क्स होने की शिकायत होती है। ऐसे में मसाज एक बेहतर विकल्प होता है। मसाज करने से त्वचा में खिंचाव आता है जिससे स्ट्रेच मार्क्स कम होता है और त्वचा के अन्य दाग-धब्बे भी कम हो जाते हैं।
ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है:
डिलीवरी के बाद ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होना जरूरी होता है। ऐसे में मसाज करना एक बेहतर विकल्प होता है क्योंकि मसाज शरीर के ब्लड फ्लो को बेहतर करता है, साथ ही आक्सीजन के फ्लो को भी सही करता है।