Pithoragarh Tourist Places: नवंबर-दिसंबर के महीने में कई लोग बर्फबारी को देखने के लिए एक जगह से दूसरे जगह जाते हैं। कुछ लोग पहाड़ों पर जाते हैं तो कई लोग अन्य जगहों पर जाते हैं। अगर आप भी इस बार सर्दी के मौसम में घूमने का प्लान बना रहे हैं तो आप उत्तराखंड का रुख कर सकते हैं।

किस लिए फेमस है पिथौरागढ़: What Is Pithoragarh Famous For?

इस लेख में हम आपको उत्तराखंड के एक ऐसे ही जगह के बारे में बताएंगे, जिसे पर्यटन दृष्टिकोण से ‘भारत का छोटा कश्मीर यानी मिनी कश्मीर’ कहा जाता है। यहां पर जाकर आप बर्फबारी का भी आनंद ले सकते हैं। जी हां, दिल्ली से कुछ किलोमीटर की दूरी पर स्थिति उत्तराखंड का पिथौरागढ़ अपनी अद्वितीय प्राकृतिक सुंदरता, ऐतिहासिक महत्व, और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है।

पिथैरागढ़ में कब होती है बर्फबारी: Does Pithoragarh have Snowfall?

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में बर्फबारी देखने के लिए पर्यटक भारी मात्रा में पहुंचते हैं। यहां पर दिसंबर से लेकर फरवरी के बीच भारी बर्फबारी होती है। अगर आप भी यहां जा रहे हैं तो मुनस्यारी जाना न भूलें। दरअसल, पिथौरागढ़ का मुनस्यारी पंचचूली चोटियों के पास में ही स्थित है, जहां पर बर्फबारी की आनंद लिया जा सकता है। 

दिल्ली से कैसे पहुंचे पिथौरागढ़: how to reach delhi to Pithoragarh?

हवाई, रेल और सड़क तीनों मार्ग से आप आसानी से पिथौरागढ पहुंच सकते हैं। अगर आप हवाई मार्ग से पिथौरागढ़ पहुंचाना चाहते हैं तो अपको यहां से निकटतम पंतनगर हवाई अड्डे पर आना होगा। यहां से आप आसानी से टैक्सी लेकर पिथौरागढ़ पहुंच सकते हैं। वहीं, अगह आप रेल मार्ग से पहुंचते हैं तो आप टनकपुर रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं। यहां से पिथौरागढ़ की दूरी लगभग 138 किलोमीटर है। आप यहां सड़क मार्ग से भी जा सकते हैं।

पिथौरागढ़ में घूमने की जगह: Famous places in Pithoragarh

  • मुनस्यारी- मुनस्यारी में आप बर्फबारी का आनंद ले सकते हैं।
  • गंगोलीहाट- यहां पर आप आदिगुरू शंकराचार्य द्वारा स्थापित हाट कालिका मंदिर का दर्शन कर सकते हैं।
  • चौकोड़ी- चौकाड़ी में आप पहाड़ियों और हिमालय के खूबसूरत नजारों को अपनी आंखों से देख सते हैं। आप यहां भी सर्दियों में बर्फबारी का आनंद ले सकते हैं।
  • व्यास वैली- व्यास वैली को भारत का दूसरा स्वर्ग कहा जाता है। आप यहां पर पर्वत, झील, नदियां और जंगल तीनों एक साथ देखने को मिल जाएगा। यहीं से होकर कैलाश मानसरोवर भी जाया जाता है।