Weight Loss Tips: बात जब वजन कम करने की आती है, तो लोग अक्सर जिम का सहारा लेते हैं। वहां घंटों पसीना बहाते हैं, लेकिन इस बात पर बिल्कुल ध्यान नहीं देते कि वो खा क्या रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार वजन कम करने के लिए शारीरिक गतिविधियों के साथ ही बैलेंस्ड डाइट भी जरूरी है। वजन घटाने के लिए भी हर कुछ-कुछ देर पर थोड़ा-थोड़ा खाना जरूरी होता है। ऐसे में आप मूंगफली को स्नैक्स के रूप में खा सकते हैं। ये वजन घटाने के साथ ही शरीर को ताकत प्रदान करने में भी मददगार है। बेशक इसमें कैलोरीज की मात्रा अधिक होती है, लेकिन उच्च प्रोटीन और फाइबर के कारण इसे सुपरफूड कहा जाता है।
प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत: कैलोरीज बर्न करने में प्रोटीन अहम भूमिका निभाते हैं और मूंगफली को प्रोटीन का बेहतरीन स्रोत बताया जाता है। ये एक उच्च प्रोटीन फूड है जो वजन पर काबू रखने के साथ ही भूख को कंट्रोल करने में भी मददगार है।
होते हैं हेल्दी फैट्स और फाइबर्स: मूंगफली में मोनोअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स और पॉलीअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। ये शरीर में सूजन को कम करने के लिए जाने जाते हैं। साथ ही, इनके सेवन से डायबिटीज व हृदय रोग का खतरा भी कम होता है। ये फैट्स शरीर में मौजूद वसा को ऊर्जा मे तब्दील करते हैं। मूंगफली में फाइबर उच्च मात्रा में होता है। फाइबर आपके पेट में पानी को अवशोषित करता है जिससे आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती है। घ्रेलिन हार्मोन यानी हंगर हार्मोन फाइबर के प्रभाव से धीरे-धीरे निकलता है जिससे लोगों को जल्दी भूख नहीं लगती है।
मेटाबॉलिज्म करता है बूस्ट: ऊर्जा का प्रमुख स्रोत मूंगफली मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने में भी मददगार है। इससे कैलोरीज बर्न करना आसान होता है, भले ही आराम कर रहे हों या फिर किसी शारीरिक गतिविधि में संलिप्त हों। ये वजन कम करने में मददगार है।
किस तरह खाएं मूंगफली: एक्सपर्ट्स के मुताबिक कच्ची मूंगफली, भुनी हुई या फिर उबली मूंगफलियों को खाने से लाभ होगा। इसके अलावा, पीनट बटर, पीनट ऑयल, रोस्टेड पीनट या फिर पीनट डिप भी खाया जा सकता है।