Overating: कई लोगों को इस बात का अंदाजा नहीं रहता है कि कितना खाना उनके लिए सही है। कभी किसी के आग्रह पर तो कभी स्वाद पसंद आने पर लोग जरूरत से ज्यादा खाना खा लेते हैं। एक-दो बार ऐसे करने से कोई परेशानी नहीं होती है। लेकिन हमेशा ज्यादा खाना ठीक नहीं है, ये शरीर को कई तरीकों से प्रभावित करता है। एक अध्ययन के मुतबिक जो लोग लगातार ओवरईटिंग करते हैं इससे शरीर में फैट की मात्रा बढ़ती है जो मोटापा के लिए जिम्मेदार है। साथ ही, कई अन्य स्वास्थ्य परेशानियों का भी लोगों को सामना करना पड़ता है।
मोटापा: जो लोग अधिकतर जरूरत से ज्यादा खाते हैं उनकी पाचन प्रणाली कमजोर हो जाती है जिससे लंबे समय तक खाना पेट में ही रहता है। इस वजह से शरीर में फैट जमा होने लगता है। जितने पोषक तत्वों की आपके शरीर को जरूरत है, उससे अधिक लेने पर भी वजन बढ़ने और मोटापा का खतरा रहता है।
मस्तिष्क की क्षमता हो सकती है प्रभावित: एक्सपर्ट्स का मानना है कि शरीर में ज्यादा कैलोरीज होने से लोगों की याद्दाश्त जा सकती है। साथ ही, दिमाग की कार्य प्रणाली भी कमजोर हो जाती है। माना जाता है कि ओवरईटिंग के कारण यूरोग्वानिलिन हार्मोन के उत्पादन पर असर पड़ता है। ये हार्मोन ब्रेन को सिग्नल भेजते हैं।
हो सकती है नींद न आने की परेशानी: ज्यादा खा लेने से आलस तो आता है मगर नींद नहीं आती। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि ओवरईटिंग के बाद जब पेट को असुविधा होती है तो इससे लोगों की नींद में भी खलल पड़ता है और उन्हें सोने में परेशानी होती है।
बढ़ता है डायबिटीज का खतरा: अमेरिकन डायबिटीज असोसिएशन के अनुसार ओवरईटिंग के कारण लोगों का वजन बढ़ता है जिससे उनमें डायबिटीज से पीड़ित होने की संभावना भी अधिक हो जाती है। लंबे समय से लोग जरूरत से ज्यादा खाते हैं, उनके शरीर में ब्लड सेल्स ग्लूकोज को एनर्जी में तब्दील नहीं कर पाते जिससे शुगर लेवल को नियंत्रित कर पाना मुश्किल हो जाता है और लोग डायबिटीज के मरीज बन जाते हैं।
बन सकते हैं दिल के मरीज: हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि ओवरईटिंग से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन निकलता है जो हृदयगति और रक्तचाप को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार माना जाता है। बताया जाता है कि जो लोग पहले से हृदय रोग से पीड़ित हैं, अगर वो बार-बार जरूरत से ज्यादा खाते हैं तो उनमें दिल का दौरा पड़ने का खतरा 4 गुना तक बढ़ जाता है।
ओवरईटिंग से कैसे बचें: खाते समय मोबाइल या टीवी पर नजरें गड़ाने के बजाय अपने भोजन पर ध्यान दें। इससे आपको अंदाजा होगा कि आप कितना खा रहे हैं। बेहतर पाचन के लिए खाना धीरे-धीरे और चबाकर खाएं। फाइबरयुक्त भोजन को अहमियत देने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है। साथ ही, डाइट में प्रोटीन को भी शामिल करें, इससे भूख कम लगती है।

