कभी-कभी कुछ छोटी-मोटी स्वास्थ्य परेशनियां हो जाती हैं। कुछ ऐसी परेशानी हैं जिनका समय पर इलाज न किया जाए घातक बन जाती हैं। दरअसल शरीर में पोषक तत्वों की कमी से कई तरह की बीमारियां होती है। इसके पीछे कई और अन्य कारण भी हो सकते हैं। जिसमें खान-पान, तनाव और लाइफस्टाइल प्रमुख रूप से जिम्मेदार है।

ऐसी ही एक अचानक से होने वाली स्वास्थ्य समस्याओं में से एक है नस का खिंच जाना। कई बार रात को सोते समय या काम करते समय या फिर मांसपेशियों में खिंचाव की वजह से आपकी नस पर नस चढ़ जाती है। देखने और सुनने में यह समस्या भले ही छोटी और आम लगे लेकिन कई बार इसके कारण बहुत ही असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है।

अक्सर जांघ, पैर, हाथ, गर्दन, बाजू, पेट, पस्लियों के आस-पास की नस पर नस चढ़ती है। रात में सोते समय कंधे, गर्दन और हाथ पैरों में अचानक नस चढ़ जाता है, जो हमारी अगली सुबह को खराब कर देती है। वहीं सोते हुए नस का खिंच जाना आम बात है। लेकिन आपको बता दें यह समस्या शरीर में पोषक तत्वों की कमी के कारण होती है। आइए जानते हैं-

मांसपेशियों में खिंचाव क्यों होता है?

आपको बता दें कि यह समस्या आमतौर पर शरीर में पानी की कमी होने कारण हो जाती है। इसके अलावा
खून में सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम की कमी होने कारण भी इससे पीड़ित हो सकते हैं। वहीं अन्य कारणों में शरीर में मैग्नीशियम की मात्रा का कम होना, अधिक शराब पीना या शुगर या पौष्टिक आहार की कमी के कारण भी नस खिंचने की समस्या हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक कई बार अधिक तनाव लेने और गलत पॉश्चर में बैठने से भी नस पर नस चढ़ जाती है।

नस में खिंचाव हो तो क्या करना चाहिए?

जब भी नस खिंच जाए तो घरेलू उपचार के तौर पर कम से कम 3 से 15 मिनट तक प्रभावित जगह पर बर्फ की सिकाई करें। इसके अलावा नस चढ़ने पर किसी भी तेल को हल्का गुनगुना कर लें और उससे हल्के हाथों से प्रभानित जगह की मालिश करें। कई बार सोडियन की कमी से भी नस चढ़ने की परेशानी हो सकती है। इसलिए आवश्यकतानुसार नमक का सेवन करते रहना चाहिए।

नसों की ताकत के लिए क्या खाना चाहिए?

विटामिन सी, आयरन और शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण भी सोते समय नस, पैर और कंधे की नसें चढ़ जाती हैं। ब्लड सेल्स के जरिए शरीर के अलग-अलग अंगों में हीमोग्लोबिन ऑक्सीजन पहुंचाने का कार्य करता है, जो शरीर के संचालन के लिए जरूरी प्रक्रिया है।

इसलिए नसों को मजबूत करने और उनकी ताकत के लिए नींबू, टमाटर, सिट्रस फल, फूलगोभी, ब्रोकली, पालक जैसे हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करना चाहिए। हीमोग्लोबिन बढ़ाने के लिए आम, चुकंदर, अंगूर, अमरूद, सेब, हरी सब्जियां, गुड़ आदि का सेवन करना चाहिए। जबकि आयरन की कमी को पूरा करने के लिए पालक, हरी पत्तेदार सब्जियां, दाल, बींस और नट्स, गेंहू, ड्राई फ्रूट्स और ब्राउन राइस आदि खाना चाहिए।