गर्भावस्था एक महिला के जीवन के सबसे खूबसूरत फेज़ है। विशेषज्ञ के मुताबिक महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान और बच्चे के जन्म के बाद आयरन की कमी होना सबसे आम परेशानी है। आयरन की कमी होना जिसे आमतौर पर एनीमिया के रूप में जाना जाता है। प्रेग्नेंसी के नौ महीनों के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट का खास ध्यान रखने की जरूरत है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट में मौजूद पोषक तत्वों की सही खुराक के बारे में सतर्क रहने की जरूरत होती है,वरना बॉडी में खून की कमी होने लगती है।
योग प्रशिक्षक शालिनी अभिलाष ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट साझा करके बताया है कि ज्यादातर महिलाएं आयरन की कमी के कारण कई परेशानियों से जूझती है। इन महिलाओं में खून की कमी होने पर बेहद थकान,खिचाव,कमजोरी या हार्मोनल संबंधी समस्याएं महसूस होती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को होने वाली आयरन की कमी को पूरा करने के लिए कुछ हर्ब्स बेहद असरदार हैं। मोरिंगा की पत्तियां ऐसी हर्ब्स है जिनका सेवन अगर महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान और बाद में करें तो बॉडी में खून की कमी को पूरा किया जा सकता है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि मोरिंग की पत्तियां कैसे प्रेग्नेंसी में और डिलीवरी के बाद बॉडी में आयरन की कमी को पूरा करती हैं।
मोरिंगा लीव्स का सेवन कैसे खून की कमी को पूरा करता है:
ज्यादातर महिलाओं को प्रेग्नेंसी में और डिलीवरी के बाद आयरन सप्लीमेंट लेने की सलाह दी जाती है। अगर इस स्थिति में मोरिंगा के पाउडर का सेवन किया जाए तो बॉडी में खून की कमी पूरी होगी बल्कि कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे कई अन्य पोषक तत्व भी हासिल होंगे। मोरिंगा की पत्तिया एक सुपरफूड हैं जो इम्युनिटी को स्ट्रॉन्ग करती है। प्रेग्नेंसी के दौरान या डिलीवरी के बाद महिलाओं को पेरासिटामोल या दर्द निवारक जैसी कोई दवा नहीं दी जाती है इसलिए इस दौरान इम्युनिटी और गट हेल्थ को दुरुस्त रखने में मोरिंगा की पत्तियां बेहद असरदार होती हैं।
गर्भवती महिलाएं अक्सर कब्ज, दस्त, सूजन और ऐंठन की शिकायत करती हैं। मोरिंगा में नौ प्रतिशत तक फाइबर होता है, जो पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण में सुधार करता है। बेहतर पाचन आंतों के मार्ग से परजीवी और बैक्टीरिया जैसे हानिकारक पदार्थों को खत्म करने में ये पत्तियां मदद करती है। इसके अतिरिक्त, मोरिंगा में विटामिन बी होता है जो पाचन संबंधी परेशानियों को दूर करने में असरदार साबित होता है।
मोरिंगा के सेहत के लिए फायदे:
मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर, नई दिल्ली और वृंदावन की चिकित्सा निदेशक और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता ने बताया कि मोरिंगा की पत्तियां तनाव को दूर करती है, जिसे महिलाएं अक्सर गर्भावस्था के दौरान महसूस करती हैं। ये पत्तियां गर्भवती महिलाओं के कोर्टिसोल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती हैं।
मोरिंगा का सेवन कैसे करें?
- एक्सपर्ट के मुताबिक एक चम्मच मोरिंगा पाउडर को 100 मिली गुनगुने पानी में मिलाकर सेवन करने से सेहत को फायदा होगा।
- जरूरी नहीं है कि इसका सेवन खाली पेट ही किया जाए आप इसे दिन में भी खा सकती हैं। इसका सेवन केवल सुबह के समय या दोपहर 3 बजे से पहले करें, ताकि यह पचने में आसान हो। एक्सपर्ट के मुताबिक शाम 4 बजे के बाद कभी भी इसका सेवन नहीं करें।
- खाना पकाने में भी आप सहजन की पत्तियों का उपयोग कर सकती हैं।
ये एक नेचुरल फूड है फिर भी आप इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ले सकती हैं।