प्रीमैच्योर इजैकुलेशन या शीघ्रपतन की समस्या पुरुषों में देखी जाती है। यह 40 साल की उम्र से कम की अवस्था में पुरुषों को होने वाला एक यौन रोग है जिसके कई कारण हो सकते हैं। आजकल की तनावभरी जीवनशैली में इस रोग के पीड़ितों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। शीघ्रपतन का इलाज जरूरी है, क्योंकि इससे सेक्स लाइफ पर नकारात्मक असर पड़ता है।
इस यौन संबंधित समस्या को कुछ आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से ठीक किया जा सकता है। बाबा रामदेव ने यौनदुर्बलता को ठीक करने के लिए कुछ योग और दवाइयां को सुझाया है। तो चलिए, जानते हैं कि किन सप्लीमेंट्स और विटामिन्स का सेवन इस रोग के उपचार में मददगार है।
अश्वगंधा: स्वामी रामदेव के मुताबिक श्वगंधा शरीर को मजबूत बनाता है और नपुंसकता दूर करने में भी मददगार होता है। 100- 100 ग्राम अश्वगंधा, शतावर, सफेदमूली, कौंच के बीच को लेकर पॉवडर बना लें। फिर इसे सुबह शाम दूध के साथ लें। इसके अलावा नियमित रूप से दूध के साथ 3 से 5 खजूर व गुड़ का सेवन करें। साथ ही शीर्षासन और सर्वांगासन करें, ध्यान रहे कि इसे हाई बी.पी और हृदय रोग से पीड़ित व्यक्ति न करें।
अदरक और शहद: अदरक शरीर में रक्त संचार ठीक रखने के लिए जाना जाता है। एक चम्मच अदरक के पेस्ट में शहद मिलाकर खाने से शीघ्रपतन की समस्या दूर होती है। इसे दूध में मिलाकर भी सेवन किया जा सकता है।
विटामिन सी: विटामिन सी शीघ्रपतन के उपचार के लिए सबसे बेहतर है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक विटामिन सी शारीरिक संबंध बनाते वक्त गुप्तांगों में संकुचन पैदा करता है जिससे शुक्राणु बाहर नहीं निकलते और जल्दी स्खलन नहीं होता। बेहतर परिणाम पाने के लिए हर रोज कम से कम 90 मिग्रा विटामिन सी का सेवन जरूरी होता है।
विटामिन ई: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार विटामिन ई गुप्तांग की मांसपेशियों के ऊतकों को तोड़ने वाले मुक्त कणों को खत्म करने में मदद करते हैं। ये मुक्त कण ही शीघ्रपतन का कारण होते हैं। प्रतिदिन कम से कम 15 से 22 मिलीग्राम विटामिन ई के सेवन से शीघ्रपतन में लाभ मिल सकता है।
लहसुन: कई आयुर्वेदाचार्यों के मुताबिक कच्चा लहसुन की चार कलियां रोज चबाने से शीघ्रपतन दूर होता है। इसे देसी घी में फ्राइ या तवे पर भून कर करके भी खाया जा सकता है।
