मिस्वाक एक स्टिक होती है जिसका इस्तेमाल दांतों को साफ करने में किया जाता है। इसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो दांतों को सड़न और कैविटी से बचाते हैं। मिस्वाक में 19 सक्रिय तत्व होते हैं दांतों को मजबूत रखने में मदद करते हैं। इसमें विटामिन सी, सल्फर, टैनिन, कैल्शियम, क्लोराइड, फ्लोराइड, सिलिका, एसेंशियल ऑयल आदि होते हैं। हम सभी को बचपन से ही दिन में दो बार दांत साफ करने की आदत होती है। इसके साथ ही मिस्वाक स्टिक का इस्तेमाल करके दांत को साफ रखा जा सकता है। दांतों के लिए कई सालों से लोग इसका इस्तेमाल कर रहे हैं। यह टूथपेस्ट से ज्यादा प्रभावी होता है। तो आइए आपको मिस्वाक से दांतों को होने वाले फायदों के बारे में बताते हैं।

कैविटी और दांतो की सड़न से लड़ता है:
दांत की सड़न कम करने के लिए लार का उत्पादन महत्वपूर्ण होता है जो दांतों में सड़ने से लड़ने में मदद करती है। मिस्वाक का इस्तेमाल करने से लार का उत्पादन बढ़ता है जो प्राकृतिक रुप से दांतों में होने वाली सड़न को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही मिस्वाक इनामेल को मजबूत करने में मदद करता है जिससे दांत सफेद होते हैं।

प्लाक से रोकथाम करता है:
प्लाक की समस्या एक सामान्य प्रक्रिया है। प्लाक एक रंगहीन बैक्टीरिया की पर्त होती है जो दांतों और मसूड़ों के ऊपर बन जाती है जो ब्रश करने से भी हटती नहीं है। प्लाक बनने से रोकथाम के लिए मिस्वाक की स्टिक का इस्तेमाल करना चाहिए जिसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो दांतों और मसूड़ों की रोकथाम में मदद करते हैं।

मुंह से दुर्गंध दूर करता है:
सांस लेने में बदबू आना दांतों की समस्या होती है। ऐसा भोजन की वजह से, कैविटी और मसूड़ों की समस्या के कारण होता है। साथ ही यह लार का उत्पादन ना होने कारण होता है। मिस्वाक स्टिक का इस्तेमाल करने से लार का उत्पादन बढ़ता है जो सांस ले बदबू आने की समस्या को दूर करता है।

हानिकारक बैक्टीरिया को नष्ट करता है:
व्यक्ति के मुंह में 700 के करीब बैक्टीरिया होते हैं जिनमे से सारे बैक्टीरिया हानिकारक नहीं होते हैं। कुछ बैक्टीरिया दांतों को सड़न से बचाने में मदद करते हैं और कुछ हानिकारक होते हैं जो दांतों की समस्या उत्पन्न करने में मदद करते हैं। मिस्वाक में एंटीबैक्टीरियल गुण होता है जो मुंह में बैक्टीरिया के विकास को कम करता है।